इरफान अली की रिपोर्ट
देवरिया। नेहरू युवा केन्द्र देवरिया द्वारा राघव नगर स्थित शिक्षा सदन में अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती और युगपुरुष स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व प्रधानाचार्य एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री विजय बहादुर दुबे ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे अध्ययन एवं युवा अवस्था में परिवार के साथ पूरे विश्व का किसी न किसी रूप में योगदान है। भले ही वह सरकार को दी जाने वाली कर से सरकारी योजनाओं की उपभोग की ही बात हो। हमारे अंदर स्वयंसेवक होने का भाव निहित ना होने की दशा में हम समाज की उत्थान के लिए कोई विशेष कार्य नहीं कर पाते हैं। जितने भी महापुरुष आज हमारे लिए पथ प्रदर्शक हैं वे सभी अपने जीवन में सच्चे स्वंयसेवक थे । स्वयंसेवक होने का गुण किसी व्यक्ति को उस देश की जिम्मेदार नागरिक बनाने की पहली शर्त है। विद्यार्थी जीवन में दी गई शिक्षाएं निश्चित रूप से आगे चलकर हमारे लिए पथ प्रदर्शक का काम करती हैं लेकिन युवावस्था में हम अपने जीवन की दिशा तय करते हैं उस दिशा को तय करने में स्वयंसेवक होना हमारी सफलता की गारंटी है। भारत देश पूरे विश्व को अपना कुटुंब मानता है अतः स्वयंसेवक होकर हम पूरे विश्व की कल्याण के लिए अपना योगदान देकर कुटुंब को समृद्ध करते हुए भारत को विश्व गुरु बना सकते हैं ।
जिला युवा अधिकारी विकास तिवारी ने युवाओं को अपने संबोधन मे कहा कि स्वयंसेवकत्व हमारे परिवेश से शुरू होकर एक क्रांतिकारी बदलाव के रूप में घटित होती है। विभिन्न सरकारी योजनाओं को लोगो तक पहुचाना एवं अपने देश के लिए छोटी-छोटी योगदान जैसे स्वच्छता,सरकारी संपत्तियों की रक्षा आदि करना भी स्वयंसेवकत्व कहलाता है। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 17 दिसंबर 1985 को अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस मनाने के लिए 5 दिसंबर को चुना गया। पूरा विश्व भारत की ओर नजर बढ़ाएं देख रहा है क्योकि आज भी भारत सर्वाधिक स्वयंसेवकों वाला देश है। विश्व के कल्याण के लिए भारत के युवा ही नेतृत्वकर्ता होने वाले हैं क्योंकि भारतीय युवाओं में स्वयंसेवक होने की धारणा सबसे ज्यादा है जो कि सकररात्मक रूप से बिकसित हो रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ विद्यासागर चौबे ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए नेहरू युवा केंद्र को धन्यवाद देते हुए कहा कि देश के अंदर राष्ट्रीय चेतना को प्रबल करने का काम नेहरू युवा केंद्र कर रहा है इसके लिए सभी राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक एवं युवा मंडल के पदाधिकारी धन्यवाद के पात्र हैं। उन्होंने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अपने ज्ञान का अर्जन करने के दौरान समाज के वंचित वर्ग के बच्चों को निशुल्क शिक्षा देना एवं उन्हें विभिन्न योजनाओं से अवगत कर के स्वयंसेवक बना जा सकता है।
इस दौरान कार्यक्रम का संचालन कर रहे राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक शुभम त्रिपाठी ने युवाओं के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा कि राष्ट्रीय विकास की गति को और आगे ले जाना हम युवा स्वयंसेवकों के बदौलत ही संभव है।
आज के इस कार्यक्रम में गरिमा पांडेय,नागेंद्र यादव, शशांक पांडेय, मोनी विश्वकर्मा, कंचन मौर्य, अनुज मणि,सौमित्र,लक्ष्मी मिश्र,सिंहासन यादव, सुदर्शन कुशवाहा आदि उपस्थित रहे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."