राकेश तिवारी की रिपोर्ट
देवरियाः देवरिया में कृषि विभाग की लापरवाही किसानों पर भारी पड़ रही है। क्योंकि धान की फसल लगभग कट गई है। मगर अधिकांश किसानों को अभी तक कृषि विभाग से लिए गए बीज का अनुदान नहीं मिल पाया हैं। किसानों के मुताबिक अनुदान की रकम मिली होती तो रवि बुवाई के लिए खाद बीज खरीदने में मदद मिलती। जिले के लगभग 50 फीसदी किसानों को ही अनुदान मिल पाया है। बाकी किसान अनुदान के लिए अभी भी विभाग का चक्कर काट रहे हैं।
अनुदान के लिए कृषि विभाग का चक्कर काट रहे हैं किसान
बीते खरीफ के सीजन में जिले के लगभग 6 हजार किसानों ने कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं में अनुदानित बीज लिया था। इसमें पूर्वांचल हरित क्रांति व आत्मा योजना में धान का प्रदर्शन करने के लिए किसानों को पूरा पैसा जमा कर बीज खरीदना होता है। बाद में कृषि विभाग द्वारा किसानों के खाते में अनुदान की रकम भेजी जाती है। मगर धान की फसल कट गई और रवि की बुवाई भी शुरू हो गई। लेकिन कृषि विभाग की लापरवाही की वजह से अभी तक लगभग 50 फीसदी किसानों को अनुदान की रकम नहीं मिली है। किसान अनुदान पाने के लिए कृषि विभाग का चक्कर लगा रहे हैं।
नई तकनीकी से अनुदान में हो रही है देरी
पहले कृषि विभाग द्वारा बिल बनाकर ट्रेजरी में भेजा जाता था और वहां से पैसा किसान के खाते में भेज दिया जाता था। मगर इस साल से कृषि विभाग की सभी योजनाओं पर भुगतान के लिए पीएफएमएस योजना लागू कर दी गई है। कृषि विभाग के मुताबिक इस नई तकनीकी से भुगतान में समय लग रहा है। कृषि विभाग की मानें तो लगभग 50 फीसदी किसानों को अनुदान दे दिया गया है और बाकी किसानों को भी अनुदान मिल जायेगा। किसानों का कहना है कि 6 महीने बीत गये और रवि बुवाई का सीजन भी शुरू हो गया। मगर किसानों को अभी तक अनुदान की रकम नहीं मिली है। जिससे किसान परेशान हैं।
Author: samachar
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