सुरेन्द्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट
नागौर। 30 साल का युवक शादी करने कानपुर जाता है। वहां से 27 नवंबर को अपनी शादी की फोटो घरवालों को भेजता है। फोन करके बताता है- पत्नी को लेकर कानपुर से रवाना हो रहा हूं, एक-दो दिन में पहुंच जाऊंगा। सभी तैयारियां रखना।
28 नवंबर की रात उसकी लाश रेलवे ट्रैक पर मिलती है। सिर के अलावा शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं। जेब में मोबाइल, उसमें 37 मिस्ड कॉल।
ये चौंकाने वाला मामला है नागौर के डेगाना थाना क्षेत्र के खेड़ी शीला का। युवक के घरवालों ने शादी कराने वाले 3 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है।
आखिर ऐसा क्या हुआ कि जो युवक शादी करने गया था और मिली उसकी लाश?
पहले मां-बाप का दर्द
‘हमारा इकलौता बेटा श्रवण तो शादी करने कानपुर गया था। वहां से उसने शादी की फोटो भी भेजी थी। शादी के बाद फोन कर उसने बताया था कि वो अपनी पत्नी को लेकर कानपुर से रवाना हो रहा है और एक दो दिन में घर पहुंचेगा।’
‘हम नई नवेली दुल्हन और बेटे को लेकर सपने संजोये बैठे थे। कहर टूट पड़ा जब खबर मिली कि गांव से थोड़ा दूर रेलवे ट्रेक के पास श्रवण की लाश पड़ी है। हमारा तो घर ही उजड़ गया साहब, सब कुछ बर्बाद हो गया है। लोभी लुटेरों ने रुपए भी ले लिए और बेटे को भी मार दिया।’ -जैसा कि श्रवण के पिता त्रिलोकराम और मां केसरदेवी मुंडेल ने बताया।
पहली पत्नी की 7 साल पहले मौत
श्रवण के पिता त्रिलोकराम ने बताया कि जयपुर में काम करने वाले उनके इकलौते बेटे श्रवणराम की पत्नी संतोष की 7 साल पहले मौत हो गई थी। वो दूसरी शादी करना चाहता था।
कुछ दिनों पहले जयपुर में उसके साथ काम करने वाले आंतरोली सांगा के रहने वाले श्यामलाल चोयल और उसकी पत्नी ने बताया था कि उसके बड़े भाई रामलाल के लड़कों के लिए उत्तरप्रदेश व मध्यप्रदेश से लड़कियां लाकर शादी करवाई है। अब उन्हीं लड़कियों की छोटी बहन रीना से श्रवण का रिश्ता करवा देंगे। इसके लिए रुपए खर्च करने पड़ेंगे। हमारी जान-पहचान है, कम खर्च में करवा देंगे।
श्रवण को अकेले शादी कराने ले गए
त्रिलोकराम ने बताया कि श्रवण ने हमें बताया तो हम भी बेटे की खुशी के लिए उसकी शादी करवाने को तैयार हो गए। श्यामलाल से बात की और उसे हमें भी साथ ले चलने को कहा। इस पर उसने कहा क्यों परेशान होते हो? श्रवण को अकेले ही भेज दो। एक दो दिन में शादी करवा कर दुल्हन के साथ लेकर आऊंगा। हमने उस पर भरोसा कर लिया और यहीं हमारे साथ धोखा हो गया।
ऑनलाइन 2.41 लाख रुपए भेजे
त्रिलोकराम ने बताया कि 4 नवंबर को श्यामलाल और उसकी पत्नी श्रवण को लेकर अपने बड़े भाई रामलाल के पास लेकर गए। कुछ दिन उसे वहीं रखा और इसके बाद ये सभी कानपुर के पास मिर्जापुर गांव ले गए। 5 नवंबर से लेकर 26 नवंबर तक उन्होंने हमसे ऑनलाइन पेमेंट के जरिए 2 लाख 41 हजार रुपए मंगवाए। मेरे भतीजे अरुण ने सभी ऑनलाइन पेमेंट किए। इसके अलावा त्रिलोकराम के पास डेढ़ लाख से ज्यादा नकद भी थे। कुल मिलाकर शादी के लिए 4 लाख रुपए लिए थे।
27 नवंबर को भेजी शादी की फोटो
27 नवंबर को दिन में बेटे श्रवणराम ने अपनी शादी की फोटो भेजी। इन फोटो में वो एक घूंघट निकाले लड़की को मंगलसूत्र पहना रहा था और उसकी मांग में सिंदूर भर रहा था। ये सभी फोटो किसी खेत में ली गई थी। एक भी फोटो में लड़की का चेहरा नहीं दिख रहा था। सिर्फ श्रवणराम समेत उसकी पत्नी और महिला-पुरूष दिख रहे थे। बेटा खुश था तो ज्यादा संदेह नहीं किया। उसी दिन श्रवण ने भतीजे अरुण को बताया था कि रात को वो राजस्थान के लिए निकलेगा और एक दिन जयपुर में रुकेगा। इसके बाद अपनी पत्नी को लेकर गांव खेड़ी शीला पहुंचेगा। हम उसका और नई बहू का इंतजार कर रहे थे, लेकिन आई उसकी मौत की खबर।
बेटी पिता के लिए रो रही
त्रिलोकराम ने बताया कि इधर-उधर से बेटे श्रवण की शादी के लिए 4 लाख का कर्जा लिया था। हत्यारों ने बेटे को ही मार दिया। अब इस उम्र में मेरे तो घुटने ही टूट गए है। श्रवण अपने पीछे अपनी बेटी को और उधारी छोड़ गया है। बेटी पिता के लिए रो रही है। कैसे इसे पालूंगा? कर्जा कैसे चुकाऊंगा? जीऊंगा किसके लिए?
मां बोली- हमें तो जीते जी मार दिया
श्रवणराम की मां केसरदेवी ने बताया कि श्यामलाल और उसकी पत्नी ने हमारे साथ अन्याय कर दिया। बेटे को शादी के लिए उनके साथ भेजा था। उन्होंने जो 4 लाख रुपए मांगे वो भी दे दिए थे, फिर क्यों मेरे बेटे को मार दिया। पिछले 5 दिनों से इस पोती को लेकर रो रही हूं। श्रवणराम को याद कर कर के आंख भी बंद नहीं कर पा रही हूं। अब कोई चुप कराने वाला भी नहीं है। हम तो जीते जी मर गए हैं।
भाई बोला- मर्डर को सुसाइड दिखाने की कोशिश की
श्रवणराम के ताऊ के बेटे अरुण मुंडेल ने बताया कि श्रवण शादी के लिए उसी से पेमेंट लेकर गया था। वो लगातार उससे फोन पर सम्पर्क में था। करीब 20-22 दिनों तक श्यामलाल और उसके भाई रामलाल ने श्रवण को शादी का झांसा दिया।
आखिर में रुपए मिलने के बाद उन्होंने उसकी फर्जी शादी करवा फोटो भिजवा दी। इसके बाद धोखे से उसका मर्डर कर लाश को यहां गांव के पास पटरियों पर फेंक गए, ताकि मर्डर को सुसाइड का रूप दे सके। श्रवण के शरीर पर सिर के अलावा दूसरी कोई चोट नहीं हैं।
दुल्हन का एड्रेस प्रूफ मंगवाया था, यूपी के सरपंच से करवाई थी तस्दीक
अरुण ने बताया कि हमने श्रवण की शादी से पहले उसकी होने वाली पत्नी को लेकर कुछ पड़ताल भी की थी। उसका एड्रेस प्रूफ देखने के लिए आधार कार्ड भी मंगवाया था। आधार कार्ड में उसका नाम रीना लिखा था। वहीं यूपी के मिर्जापुर खरेटा गांव के सरपंच ने रीना के उनके गांव से होने की लिखित तस्दीक भी कर दी थी। अब रीना कहां है ? कुछ पता नहीं चल रहा है।
गायब हो गई दुल्हन
पुलिस पड़ताल में ये भी सामने आया है कि शादी के बाद प्रयागराज तक रीना अपने किसी भाई को लेकर श्रवण के साथ आई थी। वहां रीना ने पायजेब भी खरीदी और इसके बाद जूते लेने का बहना बना कर वहां से गायब हो गई थी।
ट्रेन से अकेला ही गांव आया था श्रवण
डेगाना एसएचओ नरेंद्र जाखड़ ने बताया कि श्रवण के घरवालों ने श्यामलाल, उसके भाई राम लाल और सुखाराम वैष्णव के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया है। अब तक हुई जांच में सामने आया कि ट्रेन से गांव खेड़ी शीला पहुंचने के दौरान श्रवण अकेला था। उसके साथ न उसकी दुल्हन थी और न ही कोई अन्य। वहीं पोस्टमार्टम में भी विसरा रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। पूरे मामले कि पड़ताल के लिए एक टीम यूपी के मिर्जापुर भी भेजी गई है। आरोपियों से भी पूछताछ की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही पूरा खुलासा हो सकेगा।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."