गौरव श्रीवास्तव की रिपोर्ट
श्रद्धा वाल्कर की हत्या मई 2022 में हुई। लेकिन उसे 2020 से ही अंदेशा हो चला था कि आफताब पूनावाला उसकी हत्या कर सकता है। उसने पुलिस को एक शिकायत भी उस दौरान दी थी। शिकायत पर पुलिस की मुहर भी लगी है, जिससे साफ है कि पुलिस ने उसका संज्ञान भी लिया था। लेकिन कोई एक्शन लिया होता तो युवती आज जिंदा होती। हालांकि पुलिस का कहना है कि श्रद्धा ने बाद में खुद ही शिकायत वापस ले ली थी तो फिर मामला बंद करना पड़ा।
23 नवंबर 2020 को लिखी थी श्रद्धा ने अपनी चिट्ठी
मैं मिस श्रद्धा विकास वाल्कर (25) आफताब अमीन पूनावाला (26) (फोन नंबर 7972771549, 8177883175) के खिलाफ शिकायत दर्ज कराना चाहती हूं। वो अभी वी-302 रीजेंद अपार्टमेंट विजय विकास कांप्लेक्स (एआरसी भवन के नजदीक) रहता है। वो मुझे मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने के साथ मारपीट भी करता है। आज उसने मुझे गला दबाकर मारने की भी कोशिश की। उसने उसे धमकी भी दी है कि टुकड़ों में काटकर फेंक देगा।
आफताब उसे छह माह से लगातार मार रहा है। लेकिन उसके पास हिम्मत नहीं थी जो वो पुलिस के पास अपनी शिकायत दर्ज करा सके। वो उसे लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा है।
श्रद्धा ने लिखा, “आफताब के परिजन जानते हैं कि वो मारता पीटता है”
आफताब के परिजनों को पता है कि वो उसे मारता पीटता है और उसने उसे जान से मारने की भी कोशिश की। उन्हें पता है कि वो उनके बेटे के साथ पहले से रह रही है। वो उनके घर पर भी आ चुके हैं। वो अभी तक आफताब के साथ ही रह रही है, क्योंकि दोनों किसी भी समय शादी कर सकते हैं। उसके परिवार का आशीर्वाद उनके साथ है। लेकिन वो उसके साथ और नहीं रहना चाहती। अगर उसे किसी तरह का शारीरिक नुकसान होता है तो इसका जिम्मेदार उसे ही माना जाना चाहिए, क्योंकि वो उसे जहां भी देखता है, वहीं जान से मारने की धमकी देकर ब्लैकमेल करता है। शिकायत के आखिर में श्रद्धा ने अपना फोन नंबर भी लिखा है।
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18 मई 2022 को हुई थी श्रद्धा की हत्या
श्रद्धा की हत्या 18 मई 2022 को हुई थी। उसके मर्डर का पता तब चला जब युवती के पिता विकास वाल्कर ने मुंबई पुलिस के पास बेटी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। श्रद्धा अपने आखिरी समय में आफताब के साथ दिल्ली में रह रही थी। मुंबई पुलिस ने शिकायत लेकर महरौली थाने भेज दी। पुलिस ने आफताब से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने माना की वो श्रद्धा की हत्या कर चुकी है। लेकिन हैरत तब हुई जब उसने बताया कि युवती को उसने कैसे मारा।
बकौल आफताब उसने श्रद्धा का गला दबाकर मारा और फिर उसके 35 टुकड़े करके जंगल में फेंक दिए। जबकि जिस हथियार से उसे काटा उसे गुरुग्राम के डीएलएफ इलाके में फेंक दिया। पुलिस उसके बाद से कभी उसके फ्लैट की तलाशी ले रही है तो कभी उसकी बताई जगहों कोखंगाल रही है। पुलिस के हाथ कुछ हड्डियां लगी हैं।
बताया जाता है कि फ्लैट से भी कुछ सबूत मिले हैं। लेकिन वो आपताब को सजा दिलाने के लिए नाकाफी हैं। पुलिस ने उसके पॉलीग्राफ टेस्ट के साथ नार्को टेस्ट की मांग कोर्ट से की थी। अनुमति लेने के बाद वो उसे लेकर रोहिणी की फॉरेंसिक लैब में गई तो आफताब को बुखार निकला। फिलहाल टेस्ट पूरा नहीं हो पाया है। उधर कोर्ट ने बीते दिन आफताब को चार दिनों के पुलिस रिमांड पर भेज दिया था।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."