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November 23, 2024 3:04 am

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महापुराण का श्रवण मात्र से अनेक जन्म का पाप नष्ट हो जाता है : पं.राघवेंद्र शास्त्री

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सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट

देवरिया। सलेमपुर के टीचर कालोनी मे चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिवस केरल से पधारे परम्पूज्य पं.राघवेंद्र शास्त्री ने कहा कि कलियुग में मोक्ष प्राप्ति का योग साधन एक मात्र श्रीमदभागवत पुराण ही है।

श्रीमद्भागवत कथा मनुष्य के जीवन में व्याप्त अंधकार दूर कर प्रकाशमान बनाकर अपने इष्ट से मिलने का मार्ग प्रशस्त करती है। शास्त्री जी ने यह भी बताया कि श्रीमद्भागवत ही एकमात्र ऐसा ग्रंथ है जो मनुष्य को लोभ, मोह, माया के जाल से मुक्त कर भगवान की ओर ले जाता है और जब मनुष्य भगवान की ओर आकर्षित हो जाता है।

महापुराण का श्रवण मात्र से अनेक जन्म का पाप नष्ट हो जाता है। श्रीमद भागवतमहापुराण स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ही है। ये पुराण समस्त पुराणों का तिलक है। तीर्थो का राजा प्रयाग,तीर्थो के गुरु पुष्कर एवम पुराणों का तिलक श्रीमद भागवत है।

उक्त अवसर पर त्रियुगी नारायण पाण्डेय, अजय कुमार पाण्डेय, नित्यप्रकाश पाण्डेय,रूपेश पांडेय, अभिषेक जायसवाल, अजय दूबे वत्स,अशोक तिवारी, गंगेश पांडेय, भोला बाबा , और कैटलिस्ट कोचिंग क्लासेस, चाँदपलिया के डायरेक्टर मधुसूदन त्रिवेदी साथ मे राइट पथ क्लासेस के डायरेक्टर आदित्य मिश्रा आदि मौजूद रहे।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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