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November 25, 2024 8:30 am

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24 अकबर रोड ; कमरे में इधर उधर है जाला, सोफे फांक रहे हैं धूल, जब से गए प्रधान जी बाहर झूल रहा है ताला

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परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट 

कांग्रेस के नए कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने पाया कि उन्हें रिपोर्ट करने के लिए दिल्ली में कोई नहीं था। राहुल गांधी अभी अपनी भारत जोड़ो यात्रा पर हैं और सोनिया गांधी दिल्ली के बाहर अपनी छुट्टियां बिता रही हैं।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने 24 अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय का दौरा किया और पाया कि राहुल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद 2019 से उनका कार्यालय सील कर दिया गया है। कांग्रेस की परंपरा रही है कि कब्जे के डर से जब भी पद खाली होता है तो अध्यक्ष का कार्यालय सील कर दिया जाता है। औपचारिक रूप से कार्यालय को बंद करने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे को पता चला कि कमरे में मकड़ी के जाले थे और सोफे गंदे थे।

उन्होंने अपने दौरे के दौरान पाया कि अध्यक्ष कार्यालय के फर्नीचर को सफाई के लिए भेजा गया था। अब जबकि मल्लिकार्जुन खड़गे रोजाना अपने कार्यालय में बैठने की योजना बना रहे हैं, तो इसके कारण महासचिवों को भी इसका पालन करना होगा और 24 अकबर रोड पर पहले से अधिक बार जाना होगा।

पहले कांग्रेस अध्यक्षों के पास उनकी सहायता के लिए आर के धवन, वी जॉर्ज और अहमद पटेल जैसे शक्तिशाली सहयोगी थे। ऐसा माना जाता है कि मल्लिकार्जुन खड़गे अपने सहयोगी नेता सैयद नसीर हुसैन को पार्टी में अपनी आंख और कान बनने के लिए तैयार कर रहे हैं। सैयद नसीर हुसैन ने मल्लिकार्जुन खड़गे को कर्नाटक से राज्यसभा के लिए चुने जाने में मदद की थी।

बता दें कि अक्टूबर महीने में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुए थे। 17 अक्टूबर को अध्यक्ष पद के लिए वोट डाले गए थे। वहीं 19 अक्टूबर को चुनाव के नतीजे आए थे। इस चुनाव में शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे उम्मीदवार थे। मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारी मतों से शशि थरूर को हराया था। इस चुनाव में खड़गे को 7, 897 वोट मिले थे जबकि थरूर को महज 1,072 वोट ही मिले थे। वहीं 416 वोट अमान्य करार दिए गए थे। बता दें कि कुल 9,385 वोट इस चुनाव में पड़े थे।

24 साल बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुए। यह चुनाव इसलिए हुआ क्योंकि गांधी परिवार के किसी भी सदस्य ने अध्यक्ष बनने से इंकार कर दिया था। इसके पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी थे, जिन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव की हार के बाद इस्तीफा दे दिया गया था। उसके बाद कांग्रेस पार्टी ने सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष के रूप में चुना था।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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