दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
गोंडा। अदाणी समूह गोंडा समेत देश के चार स्थानों पर साइलो कांप्लेक्स बनाएगा। इससे भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) गोदाम में रखे जाने वाले अनाज के भीगने, सड़ने व कीड़े लगने की समस्या खत्म हो जाएगी। साइलो कांप्लेक्स खाद्यान्न के थोक भंडारण का अत्याधुनिक तरीका है।
इससे बोरे में अनाज भर कर रखने का झंझट भी खत्म होगा। साइलो कांप्लेक्स तापमान व आद्रता नियंत्रण से लैस होगा। अदाणी समूह की पहल से एफसीआइ गोदाम में रखा अनाज सुरक्षित होगा। किसानों व सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लाभार्थियों को भी लाभ मिलेगा।
इन चार स्थानों पर बनाया जाएगा साइलो कांप्लेक्स
उत्तर प्रदेश के गोंडा, संडीला, कानपुर व बिहार के कटिहार में साइलो कांप्लेक्स का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए कागजी कोरम पूरा कर लिया गया है। अदाणी एग्री लाजिस्टिक्स लिमिटेड ने भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) से लेटर आफ अवार्ड प्राप्त किया है।
कीड़े और चूहों से मुक्ति
साइलो कांप्लेक्स में 3.5 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न भंडारण की क्षमता होगी। साइलो कांप्लेक्स के बनने के बाद जूट सहित अन्य तरह के बोरों में अनाज भरकर रखने की समस्या खत्म होगी। इससे अनाज में कीड़े लगने व चूहों के खाने से होने वाले खाद्यान्न की बर्बादी पर भी रोक लगेगी।
तापमान की जांच होती रहेगी
साइलो पारंपरिक भंडारण वेयर हाउस के सापेक्ष कम भूमि घेरेगा। इससे खाद्यान्न के भंडारण, रखरखाव व ढुलाई की क्षमता में इजाफा होगा। साइलो में रखे जाने वाले खाद्यान्न के तापमान की जांच होती रहेगी।
गुणवत्ता व सुरक्षा के संकेत
साइलो में रखे अनाज की गुणवत्ता व सुरक्षा के संकेत मशीन के माध्यम से मिलते रहेंगे। गोंडा में मौजूदा समय एफसीआइ के गोदाम में 34500 मीट्रिक टन खाद्यान्न भंडारण किए जाने की क्षमता है। साइलो के निर्माण से भंडारण की क्षमता में इजाफा हो जाएगा।
अधिकारी की जुबानी
महेश सिंह चंदेल, जिला प्रबंधक एफसीआइ ने बताया कि अदाणी समूह की टीम साइलो कांप्लेक्स निर्माण को लेकर भूमि का सर्वे करने आई थी। भूमि को दिखाया गया है। सर्वे कर टीम वापस गई है। जिम्मेदारी अधिकारियों के निर्देश मिलने पर अगली कार्यवाही की जाएगी। साइलो से खाद्यान्न का भंडारण और अधिक सुरक्षित होगा।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."