दुर्गा प्रसाद शुक्ला और नौशाद अली की रिपोर्ट
गोंडा। अधिशासी अभियंता बाढ़ कार्यखंड बीएन शुक्ल ने कहा कि नदियों का जलस्तर काफी कम हो गया है। अब स्थिति सामान्य है। बाढ़ व बारिश से सबसे ज्यादा फसलों को नुकसान हुआ है। जिले के 146 गांवों में गन्ना, धान, मक्का व सब्जी की फसलें डूबने से खराब हो गई हैं।
बाढ़ व बारिश के कारण जिले में 25 हजार हेक्टेयर में लगी फसलाें को नुकसान हुआ है। कृषि विभाग के प्रारंभिक सर्वेक्षण में फसलों के डूबने से नुकसान का अनुमान लगाया गया है। वास्तविक मूल्यांकन के लिए कमेटी गठित की गई है। सरयू व घाघरा, दोनों नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से काफी नीचे पहुंच गया है।
बाढ़ कार्यखंड के अनुसार नदियों के जलस्तर में कमी आ रही है। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी खतरे के निशान से 53 सेंटीमीटर नीचे पहुंच गई है। जबकि, अयोध्या में सरयू नदी लाल निशान से सात सेंटीमीटर नीचे बह रही है। घाघरा नदी में 2.40 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है।
कृषि विभाग के प्रारंभिक सर्वे में करीब 25 हजार हेक्टेयर फसल के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को मक्का व धान की फसल नुकसान पर मुआवजा मिलेगा। इसके लिए डीएम ने तहसीलवार कमेटी गठित की है।
इसके अलावा एसडीएम को अन्य नुकसान का सर्वे कराने का निर्देश दिया गया है। बाल विकास परियोजना अधिकारी वंदना ने बाढ़ चौकी ऐलीपरसौली में 400 लाभार्थियों को ड्राइराशन वितरित किया। सुपरवाइजर स्नेहलता सिंह, कानूनगो विनोद सिंह लेखपाल अंकित कुमार, संजय वर्मा उपस्थित रहे।
Author: samachar
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