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18 January 2025 11:32 am

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बादलों की गरज से सहम रहे हैं लोग तो नदियां भी जलस्तर दिखाकर डराने लगी है

38 पाठकों ने अब तक पढा

दुर्गा प्रसाद शुक्ला, कमलेश कुमार चौधरी और राकेश तिवारी की रिपोर्ट 

कहीं तेज और कहीं रुक-रुककर बारिश का दौर मंगलवार को भी जारी रहा। बारिश जनित हादसों में नौ लोगों की मौत हो गई। नेपाल और प्रदेश में हो रही बारिश के चलते घाघरा, सरयू, यमुना,कोसी, रामगंगा नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। इसके चलते बलरामपुर,श्रावस्ती, गोंडा, बहराइच, सीतापुर, रामपुर, मुरादाबाद, बरेली और गोरखपुर के कई गांव जलमग्न हैं और इनका जिला मुख्यालयों से संपर्क कटा हुआ है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के विभिन्न अंचलों में गरज-चमक के साथ कहीं हल्की या सामान्य और कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। 

आकाशीय बिजली गिरने से बांदा में दो लोगों की मौत हो गई। अयोध्या के मिल्कीपुर में मकान ढहने से दो और अमरोहा में दीवार गिरने से एक व्यक्ति की जान चली गई। बलरामपुर में बाढ़ की चपेट में आए गांवों में समय से इलाज न मिल पाने के कारण तीन लोगों की मौत हो गई।

बहराइच में सड़क पर पानी के तेज बहाव की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बाढ़ प्रभावित बलरामपुर, बहराइच और श्राावस्ती का हवाई सर्वेक्षण किया और बचाव व राहत कार्य के निर्देश के साथ पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया।

अयोध्या में बीते 36 घंटे में 98.06 मिमी. बारिश हुई है। सरयू नदी का जलस्तर बढ़कर खतरे के निशान से 81 सेमी ऊपर पहुंच गया है। बलरामपुर के लगभग 350 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। गोंडा में बाढ़ और विकाराल हो गई है। घाघरा नदी एल्गिन ब्रिज पर खतरे के निशान से 111 सेमी ऊपर बह रही है। नेपाल से बीती रात छोड़े गए 7.5 लाख क्यूसेक पानी से सरयू नदी का जलस्तर पहली बार उच्चतम जलस्तर के करीब पहुंचने वाला है।

इससे बाराबंकी में तराई के आसपास के करीब सवा सौ गांवों में पानी भर गया। सरयू का रौद्र रूप देख सहमे लोगों ने सुरक्षित ठिकानों की ओर पलायन करना शुरू कर दिया है। अम्बेडकरनगर के 10 गांवों में सरयू नदी का पानी घुस गया  है। श्रावस्ती के निचले क्षेत्रों में बाढ़ का पानी अब भी भरा है। सड़कें क्षतिग्रस्त हैं और रास्ता बाधित है।

गोरखपुर में कई रेल मार्ग बंद, कई ट्रेनें निरस्त

हमारे सहयोगी राकेश तिवारी की रिपोर्ट है कि लगातार बारिश से गोरखपुर से होकर बहने वाली राप्ती, रोहिन, गोर्रा और सरयू काफी खतरनाक हो गई हैं। कई मार्गों पर यातायात प्रभावित है। बढ़नी से बलरामपुर तक रेल यातायात बंद कर दिया गया है। मंगलवार को गोमतीनगर-गोरखपुर एक्सप्रेस, ऐशबाग एक्सप्रेस, ऐशबाग-गोरखपुर एक्सप्रेस ट्रेनें निरस्त रहीं। गोरखपुर-बान्द्रा एक्सप्रेस और गोरखपुर-पनवेल एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग गोरखपुर-बस्ती-गोण्डा के रास्ते रवाना की गई।

बस्ती-डुमरियागंज-बढ़नी स्टेट हाईवे पर करीब दो फुट पानी आ गया है। मुरादाबाद में कोसी के उफान में रामपुर और मुरादाबाद के कई दर्जन गांव घिर गए हैं। मेरठ में दोपहर तक जमकर बारिश हुई। बिजनौर में गंगा चेतावनी बिंदु से ऊपर बह रही हैं। बरेली में पांच दिन तक लगातार हुई बारिश से रामगंगा से सटे जिले के 154 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। प्रयागराज में बारिश से गंगा-यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। जिसका सीधा असर माघ मेला की तैयारी पर पड़ रहा है। 

आज भी कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश के आसार

हमारे सहयोगी कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट है कि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के विभिन्न अंचलों में गरज-चमक के साथ कहीं हल्की या सामान्य और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। इसके बाद अगले दो दिन 13 व 14 अक्तूबर को भी राज्य के कुछ हिस्सों में छिटपुट बारिश हो सकती है।

सोमवार 10 अक्तूबर की शाम साढ़े पांच बजे से मंगलवार 11 अक्तूबर की सुबह साढ़े आठ बजे के बीच प्रदेश में सबसे अधिक 11 सेंटीमीटर बारिश बाराबंकी के रामनगर में हुई। इसके अलावा बहराइच के केसरगंज में नौ, बाराबंकी के हैदरगढ़ में आठ, बरेली के नवाबगंज में आठ, जालौन के उरई में सात, अयोध्या, चित्रकूट के कर्बी, लखनऊ के बनी, बाराबंकी के रामसनेही घाट व नवाबगंज तहसील, लखनऊ, बाराबंकी के फतेहपुर व बहराइच में पांच-पांच सेण्टीमीटर बारिश दर्ज की गई। इस बदली, बारिश और सर्द हवा की वजह से दिन व रात के तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई। अयोध्या, लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, कानपुर, मुरादाबाद में दिन का तापमान सामान्य से कम रहा। 

बहराइच में बाढ़ से गांव पहुंचे तीन मगरमच्छ

बहराइच। बाढ़ के पानी में नदियों से निकलकर मगरमच्छ भी आबादी की ओर पहुंच रहे हैं। मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र के गुलालपुरवा में तीन मगरमच्छ मंगलवार को पहुंच गए। इससे हड़कंप मच गया। एक साथ तीन मगरमच्छों के गांव में आने से परेशान लोगों ने उसपर ईंट बरसाना शुरू कर दिए। तीनों मगरमच्छ तालाब में चले गए। ग्रामीणों का कहना है कि घर के बाहर बच्चे खेलते रहते हैं। ऐसे में मगरमच्छ बच्चों को शिकार बना सकते हैं।

बारिश को लेकर मौसम विभाग का बड़ा अपडेट

बारिश है कि थमने का नाम नहीं ले रही। मंगलवार को भी कई जिलों में जमकर वर्षा हुई है। बारिश के चलते कई जिलों में गलियों से लेकर सड़कों तक पानी भर गया है।

मौसम विभाग ने बुधवार को लेकर भी अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के विभिन्न अंचलों में गरज-चमक के साथ कहीं हल्की या सामान्य और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने हो सकती है। इसके बाद अगले दो दिन 13 व 14 अक्तूबर को भी राज्य के कुछ हिस्सों में छिटपुट बारिश हो सकती है। 

सोमवार 10 अक्तूबर की शाम साढ़े पांच बजे से मंगलवार 11 अक्तूबर की सुबह साढ़े आठ बजे के बीच प्रदेश में सबसे अधिक 11 सेंटीमीटर बारिश बाराबंकी के रामनगर में हुई। इसके अलावा बहराइच के केसरगंज में नौ, बाराबंकी के हैदरगढ़ में आठ, बरेली के नवाबगंज में आठ, जालौन के उरई में सात, अयोध्या, चित्रकूट के कर्बी, लखनऊ के बनी, बाराबंकी के रामसनेही घाट व नवाबगंज तहसील, लखनऊ, बाराबंकी के फतेहपुर व बहराइच में पांच-पांच सेण्टीमीटर बारिश दर्ज की गई। इस बदली, बारिश और सर्द हवा की वजह से दिन व रात के तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई। अयोध्या, लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, कानपुर, मुरादाबाद में दिन का तापमान सामान्य से कम रहा।

भीषण बारिश के चलते कई जिलों में चार दिनों से बंद हैं स्कूल-कॉलेज

प्रदेश में हो रही बारिश का असर बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ा। बारिश होने के कारण बच्चे स्कूल नहीं पहुंच सके। हालांकि बारिश को देखते कई जिलों में डीएम ने 12वीं तक के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया था। गोंडा में गुरुवार से ही स्कूल बंद हैं। इसके अलावा लखनऊ, बरेली, बुलंदशहर, मुरादाबाद, अलीगढ़ में भी 

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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