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18 January 2025 2:26 pm

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हत्या का मामला ; पूर्वाग्रह से ग्रस्त पुलिस प्रशासन लगी है मामला रफा दफा करने में ; वीडियो ? देखिए

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कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट 

लखनऊ। मामला ग्राम पंचायत हिलगी का सामने आया है। पीड़ित परिवार के कथन अनुसार अरोप लगाते हुए बयान में  कहा गया कि मेरे बड़े बेटे लक्ष्मी कुमार पुत्र सत्य नाम को फोन के माध्यम से  सुनियोजित व साजिश के तहत घर पर बुलाकर रस्सी से गला गोट कर हत्या की गई।

ग्राम वासियो के अनुसार पीड़ित परिवार का बेटा लक्ष्मी की पत्नी का देहांत हो गया था और मृतक लक्ष्मी के दो बेटे थे बड़ा बेटा ईशू उम्र 15 वर्ष व छोटा बेटा मनीष उम्र 10 बर्ष का है लेकिन लक्ष्मी का आना जाना गांव के ही रहने वाले 
प्रेम शंकर यादव पुत्र राम लाल यादव के यहा होता था लेकिन आज सुबह-सुबह 10:बजे फोन के माध्यम से लक्ष्मी को प्रेम शंकर यादव की पत्नी ने बुलाया था ऐसा पीड़ित परिवार के अनुसार पत्रकारो से बातचीत करने के दौरान बताते हुए कहा कि थोड़ी ही देर में मृतक लक्ष्मी के परिवार के पास सूचना देकर अवगत कराया गया कि मृतक लक्ष्मी नशे की हालत बेहोश पड़ा है।

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उसी दौरान मृतक के परिजन मौके पर पहुंचकर देखते है तो मृतक लक्ष्मी के गले में रस्सी का निशान स्पस्ट रूप देखा गया । उसी दौरान मौके पर पहुंचे सूरज प्रधान जिन्हें पूर्व मे आम आदमी पार्टी से मोहनलाल गंज विधान सभा क्षेत्र से चुनाव के दौरान हार सामना करना पड़ा। नेता सूरज के कथनानुसार भी बयान में मर्डर की आशंका जाहिर करते हुए कहा कि मोहनलाल गंज पुलिस प्रशासन के षडयंत्र के तहत पीड़ित परिवार से अपने अनुसार लिखित तहरीर लिखवाई गई और ग्राम वासियो से जबरन पंचनामा भरमाया गया और डाले में डेड बॉडी लाद कर ले गए। जबकि सूत्रो के हवाले सूचना मिलते ही पत्रकारो ने थाना प्रभारी मोहनलालगंज से फोन के माध्यम से बताया कि मौके पर पहुंच रहे है आप (10) मिनट का समय दे मेरी टीम पहुंचने वाली है, लेकिन पुलिस प्रशासन के द्वारा तत्काल डेड बॉडी सील करते हुए रवाना कर दिए ।

उसी दौरान मौके पर पहुंची मीडिया की टीम को थाना प्रभारी मोहनलालगंज किसी भी प्रकार की जानकारी देने से कतराते रहे और विपक्षी प्रेम शंकर यादव मौके से फरार मिला और थाना प्रभारी मोहनलालगंज प्रेम शंकर की पत्नी से घर के अंदर एकांत में बयान दर्ज करते रहे तथा वीडियोग्राफी की गई। मौके पर मीडिया की टीम अंदर पहुंची तो पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने पत्रकारों को घर से बाहर करने का आदेश दिया जिससे यह साबित होता है कि पुलिस प्रशासन की मन्शा पीड़ित परिवार के लिए न्याय हित में नहीं है। 

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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