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November 23, 2024 3:02 am

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दुखद ; गरीबी और ससुराल के तानों से तंग आकर महिला ने जुड़वां नवजात का गला घोंटा ; पढ़िए क्या है मामला

12 पाठकों ने अब तक पढा

पुनीत नौटियाल की रिपोर्ट 

भोपाल। भोपाल में लापता हुए जुड़वा बच्चों की लाश मिली है। सनसनीखेज खुलासा ये है कि मां ने ही बच्चों की हत्या की है। हत्या का कारण भी ऐसा कि सुनकर दिल भर आए। आरोपी मां को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मां ने हत्या करना कबूला है। हत्या के पीछे ससुराल वालों के ताने और गरीबी की वजह सामने आई है। महिला ने जुड़वा बच्चों का गला घोंट कर हत्या कर उन्हें झाड़ियों में फेंक दिया था। इसके बाद पूछताछ में महिला पुलिस को गुमराह करती रही‌। वो खुद ही पुलिस को घटना स्थल पर लेकर गयी।

चूना भट्टी इलाके के कोलार कॉलोनी बस्ती में सपना धाकड़ अपने परिवार के साथ रहती है। उसने पिछले दिनों अपने जुड़वा बच्चों के लापता होने की शिकायत पुलिस से की थी। इस शिकायत पर टीटी नगर थाना पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ जुड़वा बच्चों के अपहरण की एफ आई आर दर्ज की थी। पुलिस ने सपना धाकड़ से उनके जुड़वा बच्चों के बारे में पूछताछ की लेकिन वो 4 दिन से पुलिस को गुमराह कर रही थी।

लगातार काउंसलिंग और विशेषज्ञों की मदद से जब आगे की पूछताछ की गई तो सपना ने अपने 15 दिन के जुड़वा बेटों की हत्या करना कबूली। 23 सितंबर को बच्चे गायब हुए थे‌। तब पुलिस से सपना ने कहा था कि उसे बैरसिया अपने मायके जाना था। वह माता मंदिर होकर पैदल चलकर रंगमहल चौराहे पहुंची। वहां से उसके बच्चे गायब हो गए। सपना की शादी साल 2017 में बृजमोहन धाकड़ से हुई थी. हाल ही में जेपी अस्पताल में उसके जुड़वा बच्चे हुए थे।

इसलिए की हत्या…

टीटी नगर थाना प्रभारी चैन सिंह रघुवंशी ने बताया कि सपना से जब हत्या के कारणों के बारे में पूछा गया तो सब सकते में रह गए। उसने पुलिस को बताया कि घटना से एक दिन पहले उसका सास, ससुर और पति से झगड़ा हुआ था। उसका पति बेरोजगार था। जेठ घर का खर्च उठा रहा था। इस बीच उसके जुड़वा बच्चे हो गए। आर्थिक तंगी के काऱण आए दिन घर में झगड़ा होता था। घटना से एक दिन पहले भी इसी बात पर घर में कलह हुई कि जुड़वा बच्चों को कैसे पालेंगे। सास आए दिन उसे ताने देती थी। सपना ने पुलिस को यह भी बताया कि पति का 6 महीने पहले एक्सीडेंट हो गया था। उसके बाद से पति बेरोजगार था. परिवार की जिम्मेदारी जेठ के ऊपर थी। जेठ परिवार का पालन पोषण कर रहा था। ससुराल पक्ष से कहता था कि पहले से एक लड़की है अपने परिवार का पेट गरीबी की वजह से नहीं पाल पा रहे हैं पति बेरोजगार है ऐसे में दोनों बच्चों को कैसे पालेंगे।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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