दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
जेल में बंद वीवीआईपी लोगों के लिए घर से खाना मंगाए जाने की कहानियां तो आपने सुनी होंगी लेकिन क्या कभी आपने सुना है कोई घर पर जेल से मंगाकर खाना खाए। ये बात ताज्जुब वाली जरूर है लेकिन है बिल्कुल सच। जेल जाने का डर कहें या भाग्य बदलने की कोशिश। जेल की सजा से बचने के लिए कुछ लोग घर में मंगा कर जेल की रोटी खा रहे हैं। सामान्य लोगों के साथ कुछ नेता भी कुंडली में जेल दोष होने की बात कह कर जेल से रोटी मंगा रहे हैं।
लोगों की मान्यता है कि कुंडली में जो लिखा होता है वह जिंदगी में जरूर होता है। यदि किसी की कुंडली में जेल जाने का दोष है तो उनके दिमाग में जेल जाने डर हावी रहता है। इससे बचने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं। इनमें से एक उपाय है जेल का भोजन करना और जेल के नल का पानी पीना। यह उपाय आसान है। इस कारण लोग इसे आजमा रहे हैं।
नेता ने मंगवाया जेल से खाना
हाल ही में एक सहारनपुर के एक नेता को ज्योतिषाचार्य ने कुंडली में जेल दोष होने की बात बताई। कुछ दिन में नेताजी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो गया। इसके बाद उन्हें कुंडली की बातें सही लगने लगीं और जेल जाने का डर सताने लगा। ऐसे में उन्होंने जेल जाने से बचने के लिए जेल अधिकारियों से आग्रह कर जेल में बनी दाल-रोटी पैक करा कर मंगवाई। जैसे, ही लोगों को इसका पता चला तो यह बात सियासी हलचल में शामिल हो गई।
दोष दूर नहीं होता, असर होता है कम: ज्योतिषाचार्य
ज्योतिषाचार्य अमित चतुर्वेदी ने बताया कि यदि कुंडली में जेल दोष है तो कुछ उपचार कर उसका असर कम किया जा सकता है। जेल से खाना खाना, जेल का पानी पीना या फिर एक दिन हवालात या जेल में बिताने, जेल के एंट्री रजिस्टर में नाम लिखवाने से जेल दोष का असर कम हो जाता है, खत्म नहीं होता।
अमिता दुबे, वरिष्ठ जेल अधिक्षक कहते हैं कि कुछ लोग कुंडली में जेल दोष होने का हवाला देते हुए खाना खाने का आग्रह करते हैं। विशेष आग्रह पर खाना उपलब्ध करा दिया जाता है। कुछ दिन पहले एक नेता ने दाल-रोटी मंगवाई थी। उन्हे खाना पैक कराकर भेजा गया था।
Author: samachar
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