दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
जाति धर्म के बंधन तोड़ कर दो लोग मिले। दोस्ती हुई। प्यार का एहसास जगा। शादी के रिश्ते में बंधने को तैयार हो गये। जाति धर्म की दीवारें परंपराएं और सामाजिक रूढ़ियों ने उन्हें बेड़ियों में जकड़ दिया। इससे बेपरवाह प्रेमी युगल धर्म की दीवारों को तोड़कर फरार हो गये। लेकिन ऐसे प्रेमी युगल की मोहब्बत कानून व्यवस्था के लिए चुनौती साबित हो रही है। दो समुदायों में तलवारें खिच रही हैं।
बरेली जोन में एक जनवरी से 13 सितंबर तक 67 मामले दर्ज किए गए हैं। जिनमें अधिकांश मामलों में प्रेमी जोड़े हिंदू मुस्लिम समुदाय से थे। इस वजह से किशोरियों को बरामद करने के लिए धरने प्रदर्शन और बाजार बंद करने की नौबत आ गई। एडीजी राजकुमार ने गंभीरता को लेते हुए इन सभी मामलों की खुद मॉनिटरिंग की है। अब ऐसे प्रेमी युगल पुलिस के निशाने पर हैं। एडीजी ने कहा की जिलों में इस तरीके के सभी मामलों की सीधे निगरानी करेंगे। हर सप्ताह इसकी समीक्षा की जायेगी।
जोन के नौ जिलों में 22 मामले अभी भी लंबित
एडीजी ने पिछले दिनों दो समुदाय से जुड़े प्रेमी युगल के फरार होने के बाद दर्ज हुए अपहरण के मामलों की समीक्षा की। 13 सितंबर तक जोन में 22 मामले लंबित थे। इसमें 12 मुरादाबाद रेंज में और 10 बरेली रेंज में थे। बरेली बदायूं में 4- 4 पीलीभीत शाहजहांपुर में एक-एक, मुरादाबाद में तीन बिजनौर अमरोहा में दो-दो, संभल में 4 रामपुर में एक मुकदमा दर्ज किया गया था बरेली रेंज में दर्ज मुकदमों में पांच का निस्तारण हो चुका है। जबकि पांच अभी लंबित है। जबकि मुरादाबाद रेंज में दो ही मुकदमों का निस्तारण हुआ है।
एडिशनल एसपी करेंगे मामले की समीक्षा देंगे रिपोर्ट
एडीजी जोन राज कुमार ने बताया कि बरेली रेंज और मुरादाबाद रेंज के जिलों में लंबित मामलों के खुलासे की जिम्मेदारी एडिशनल एसपी को दी गई है। एडिशनल एसपी टीम गठित कर लड़कियों को बरामद करा कर कोर्ट में उनके बयान दर्ज कराएंगे। बालिग और नाबालिग होने की स्थिति में कोर्ट के आदेश के अनुक्रम में कार्रवाई की जाएगी। सभी मामलों का जल्द निस्तारण किया जाएगा इसके लिए समय सीमा और जवाबदेही तय की गई है। लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Author: samachar
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