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December 3, 2024 1:27 am

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“कोरोना” का ऐसा डर कि “मरे” हुए लोग भी बूथ पर आकर “बूस्टर डोज” लगवा रहे हैं; चौंकिए मत खबर पढ़िए

17 पाठकों ने अब तक पढा

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

कानपुर देहात। जिले में कोरोना संक्रमण पर पूरी तरह नियंत्रण के लिए शासन ने दोनों टीके लगवा चुके लोगों को बूस्टर डोज लगवाने का निर्देश दिया है, इसमें जीवित लोग भले ही बूस्टर डोज लगवाने में रुचि न ले रहे हों, लेकिन जिले में मरने वाले तक बूथों पर पहुंचकर टीका लगवा रहे हैं। रूरा कस्बे की एक महिला ने मरने के साढ़े छह माह बाद भोगनीपुर के टीकाकरण बूथ पर पहुंचकर खुद को बूस्टर डोज लगवा ली। मोबाइल पर मैसेज देखने के बाद परिजनों को इसकी जानकारी हुई।

जिले में 18 से 60 साल की उम्र के 14 लाख 29 हजार लोगों को बूस्टर डोज देने का अभियान 15 जुलाई से शुरू हुआ था। 75 दिन के इस अभियान में प्रतिदिन करीब 23 हजार लोगों को बूस्टर खुराक दी जानी है,लेकिन कभी वैक्सीन की किल्लत तो कभी लापरवाही व प्रचार-प्रसार के अभाव में बूस्टर डोज के टीकाकरण की रफ्तार नहीं बढ़ पा रही है। हालात यह है कि अभियान के 58 दिन बीतने के बाद भी 292111 लोगों को ही बूस्टर डोज लग पाई है। इससे वैक्सीनेशन का प्रतिशत बढ़ाने के लिए अब फर्जी आंकड़ेबाजी की जा रही है। इसके तहत बिना टीकाकरण कराए ही लोगों के मोबाइल पर बूस्टर डोज लगने का मैसेज उपलब्ध हो रहा है। 

रूरा कस्बे के शास्त्रीनगर मोहल्ले की शकुंतला देवी को जिला अस्पताल में को-वैक्सीन के दोनों टीके लगवाए गए थे। फरवरी माह में उनकी मौत हो गई थी। लेकिन साढ़े छह माह बाद भोगनीपुर के एक बूथ पर उनको बूस्टर डोज का टीका लग गया। उनके मोबाइल में मैसेज देखने के बाद परिजनों को इसकी जानकारी हुई।

अमरौधा के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा.आदित्य सचान ने बताया कि मामले में भेागनीपुर की दो एएनएम को नोटिस जारी कर तीन दिन में स्पष्टीकरण तलब करने के साथ कड़ी चेतावनी जारी की गई है। उनका जवाब आने के बाद अग्रिम कार्रवाई होगी।

और भी लोगों को बिना बूथ पर गए ही लग गई बूस्टर डोज

बूस्टर डोज के टीकाकरण में लगातार लापरवाही हो रही है। इसके पहले मृतक शुकंतला के पति को अमरौधा ब्लाक के बिबियापुर में बूस्टर डोज लगाए जाने का मैसेज आया था। इसकी शिकायत के बाद भी मामले को जिम्मेदारों ने अनदेखा कर दिया। इसके अलावा मृतका के पुत्र को अमरौधा में तथा पुत्रवधू शिखा को रूरा में बूस्टर डोज लगने का संदेश मोबाइल पर आया। जबकि रूरा के ही रहने वाले हिमाशू शुक्ला को हथूमा में बूस्टर डोज लगने का संदेश मोबाइल पर आया। अकबरपुर के अखिलेश श्रीवास्तव को भी बिना लगाए संदेश आ गया। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी/डिप्टी सीएमओ डा. आशीष बाजपेई ने बताया कि सभी मामलों में जांच के बाद कार्रवाई होगी।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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