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November 2, 2024 3:57 am

पत्नी ने जिस कारण पति का बेरहमी से खून किया उसे सुनकर सबके उड़े हैं होश

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सीता देवी की रिपोर्ट 

गाजियाबाद। मधुबन बापूधाम थाना अंतर्गत आने वाले संजय नगर में पति के अवैध संबंधों से नाराज पत्नी ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ मिलकर पति की बेरहमी से हत्या कर दी। हालांकि, पुलिस ने महज कुछ ही घंटों में इस हत्याकांड को सुलझाते हुए आरोपी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस की पूछताछ में आरोपी पत्नी शालू ने बताया कि उसके पति अमित वर्मा के एक महिला के साथ अवैध संबंध थे। इसको लेकर उनके बीच अक्सर झगड़ा होता था। बताया गया है कि अमित अपनी प्रेमिका के साथ आपत्तिजनक हालत के दौरान पत्नी को वीडियो कॉल करता था।

सिर पर भारी चीज से हमला कर ली पति की जान 

जानकारी के अनुसार, संजय नगर सेक्टर-23 के एम-ब्लॉक निवासी 40 वर्षीय ज्वैलर अमित वर्मा की सिर पर किसी भारी चीज से हमला कर हत्या कर दी गई थी। रविवार तड़के अमित का शव उसी की कार में पड़ा मिला। कार के अंदर और घटनास्थल के आसपास खून के निशान मिले थे। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी।   

पुलिस के मुताबिक, अमित वर्मा शनिवार रात सहारनपुर जाने की बात कहकर घर से निकला था। मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र मैं फैंटम सवार पुलिसकर्मी रविवार तड़के चार बजे गश्त पर निकले तो कमला नेहरू नगर में सड़क पर एक वैगनआर कार खड़ी मिली। चेक करने पर कार के अंदर एक युवक मृत अवस्था में मिला, जिसकी पहचान अमित वर्मा के रूप में हुई।

पुलिस के मुताबिक, सिर पर किसी भारी चीज से हमला कर अमित वर्मा की हत्या की गई थी। कार में खून के धब्बे भी मिले। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

शुरुआती जांच में पुलिस को मृतक के किसी दूसरी महिला से संबंध होने की जानकारी मिली। पुलिस ने जब मृतक की पत्नी से पूछताछ की तो उसकी बातों में विरोधाभास पाया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पति के अवैध संबंधों के चलते ही उसने पति की हत्या को अंजाम दिया था।

बताया जा रहा है कि महिला ने घर में ही पति की हत्या करने के बाद शव कार में डालकर लावारिस हालत में छोड़ दिया था। इसके बात हत्या के निशान छुपाने के लिए उसकी पत्नी और बेटी ने रात में ही खून से सना गद्दा धोकर छत पर सुखा दिया था और घर की सीढ़ियों को भी धो दिया था। 

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."