सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी से मुलाकात करने जा रहा है। वहीं इस मुलाकात के से पहले समाजवादी पार्टी में बड़ी फूट देखी गई है। सपा के डेलिगेशन की अनु त्यागी से मुलाकात से पहले ही नोएडा महानगर सपा उपाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार ने इस्तीफा दे दिया है। इस मामले में जहां गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी को समाजवादी पार्टी का साथ मिला है वहीं समाजवादी पार्टी में इस बात को लेकर फूट हो गई है। उनके अपने नेता इस फैसले से नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं।
शैलेंद्र कुमार ने अपने इस्तीफे में लिखा है, “मैं शैलेंद्र कुमार उपाध्यक्ष नोएडा महानगर समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल के श्रीकांत त्यागी जिसने नोएडा की एक सोसाइटी में महिला के साथ बदतमीजी और धक्का-मुक्की के साथ वैश्य जाति पर अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करने के आरोपी के परिवार से मिलने के पार्टी के निर्णय से असहमत हूं। पार्टी के इस फैसले से मैं जिला उपाध्यक्ष नोएडा महानगर अपने पद एवं समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपने सभी सहयोगियों के साथ इस्तीफा दे रहा हूं। महिलाओं के साथ गाली गलौज धक्का-मुक्की और बदतमीजी मुझे या मेरे किसी भी सहयोगी को बर्दाश्त नहीं है।”
ईनामी घोषित अपराधी के परिवार कैसे मिल सकता है प्रतिनिधि मंडल
सपा नेता ने कहा कि आखिर राष्ट्रीय अध्यक्ष 9 सदस्य प्रतिनिधिमंडल को इनाम घोषित अपराधी श्रीकांत त्यागी के परिवार से मिलने की अनुमति कैसे दे सकते हैं ? जिस अपराधी प्रवृति के व्यक्ति से बीजेपी ने दामन छुड़ा लिया उससे सपा कैसे चिपक सकती है? सोसाइटी के अलावा नोएडा उत्तर प्रदेश और पूरे देश में हर कोई महिला की साथ दुर्व्यवहार पर दुखी हैं। ज्ञात रहे कि जिस दिन विशेष वर्ग की रैली श्रीकांत के पक्ष में हुई थी उसी दिन सोसायटी में महिलाओं ने जोरदार विरोध किया था।
भाजपा ने आपराधिक छवि वाले व्यक्ति का साथ छोड़ दिया
जिस अपराधी प्रवृति के व्यक्ति से बीजेपी ने दामन छुड़ा लिया उससे सपा कैसे चिपक सकती है? सोसाइटी के अलावा नोएडा उत्तर प्रदेश और पूरे देश में हर कोई महिला की साथ दुर्व्यवहार पर दुखी हैं। ज्ञात रहे कि जिस दिन विशेष वर्ग की रैली श्रीकांत के पक्ष में हुई थी उसी दिन सोसायटी में महिलाओं ने जोरदार विरोध किया था।
त्यागी को संतुष्ट करने के लिए भेजा गया प्रतिनिधि मंडल
सपा नेता ने कहा, “महिला की प्रतिष्ठा से छेड़छाड़ का यह संवेदनशील मामला है जिसमें आधी आबादी श्रीकांत त्यागी के इस घृणित कृत्य से दुखी है और न्याय चाहती है। इसका वीडियो भारत के हर महिलाओं एवं बच्चियों के पास पहुंच चुका है। इसके अलावा जातिसूचक शब्द का गंदे तरीके से प्रयोग श्रीकांत द्वारा किया गया है।” उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि यह प्रतिनिधि मंडल सिर्फ त्यागी को संतुष्ट करने के लिए भेजा जा रहा है क्योंकि ज्यादातर सदस्य उसी जाति के हैं।
Author: samachar
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