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November 23, 2024 1:17 am

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आसमान से बरपे कहर ने कई घरों के बुझाए चिराग ; एक ही रात में 13 को निगल गया अंबर, छह लापता

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मनोज उनियाल की रिपोर्ट 

मंडी, हिमाचल। शुक्रवार की रात को मंडी जिला में हुई भारी बारिश के कारण व्यापक स्तर पर नुकसान हुआ है। जिला में आसमान से बरसी आफत 19 लोगों को छीन ले गई है, जिसमें से 13 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि छह लोग अभी जिला में लापता है। जिला में भारी बारिश से हुए नुकसान के कारण राहत व बचाव कार्यों के लिए एसडीआरएफ के साथ ही एनडीआरएफ को बुलाना पड़ा है।

दिन भर भारी बारिश के कारण जिला में राहत व बचाव कार्य भी प्रभावित हुए हैं। भारी बारिश के कारण जिला में हुए दो बड़े हादसों में नाचन के काशण गांव में एक मकान के मलबे में दबने से परिवार के सात सदस्यों सहित आठ की मौत हुई है, जबकि द्रंग विस बागी नाले में आई बाढ़ के कारण संदोआ गांव में सतार मोहम्मद के परिवार के छह सदस्यों से सहित सात लोग लापता हुए हैं। इसमें सतार मोहम्मद की बेटियों के शव बरामद हो गए हैं। दोनों ही जगहों पर एनडीआरएफ की मदद से सर्च आपरेशन चलाया गया। डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने भी दोनों जगहों पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया। वहीं, ज्वालापुर से औट मार्ग पर पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण दो युवकों की मौत हुई है। सराज के क्योली गांव में भी बाढ़ में बही पुष्पा देवी का शव मिला है। जिला में 900 गांवों की बत्ती गुल है और 122 सडक़ों सहित तीनों एनएच बंद पड़े हैं। जिला में 50 से अधिक वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं और 31 घर व 17 गोशालाएं गिर गई हैं।

धर्मपुर कस्बे के साथ थुनाग और बल्ह में भी बाढ़ ने बड़ा कहर बरवाया है। जिला में 17 घरों सहित दं्रग के कोटरूपी के साथ साथ कुंदल गांव को खाली करवा दिया गया है।

नाचन विस के काशण गांव में शुक्रवार रात 12 बजे के बाद पंचायत प्रधान खेम सिंह का दो मंजिला मकान भारी मलबे में दब गया। रात भर भारी बारिश होने के कारण बचाव कार्य सही तरह नहीं हो सका। सुबह प्रशासन की टीमों को भी बंद सडक़ें होने के कारण घटना स्थल पर पहुंचने में देरी हुई।

दिन भर चले रेस्कयू आपरेशन के बाद दोपहर को तीन बजे लापता सभी आठ लोगों के शव मिल गए, जिसमें जिसमें एक ही पंचायत प्रधान खेम सिंह, उसकी पत्नी मीरा देवी, पुत्र तिलक राज व भानु, भतीजा दिव्यांशु व भतीजी रोहिणी, भाभी कमला देवी और ससुर डागू राम निवासी सराज के शव मिले हैं। खेम सिंह के पूरे परिवार का मौके पर पोस्टमार्टम करने के बाद शनिवार देरशाम को अंतिम संस्कार कर दिया गया है।

जिला में कई जगहों पर बारिश और भू-स्खलन के कारण अलग अलग प्रकार की समस्याओं की सूचनाएं मिली हैं। प्रशासन की पहली प्राथमिकता आफत में फंसे लोगों के जीवन की रक्षा करना है।

इसके अतिरिक्त नेशनल हाईवे खोलने के साथ साथ अन्य बंद मार्गों और परियोजनाओं को बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि लोगों की मुश्किलें कम हों। 

हादसे का शिकार बने दो युवक

ज्वालापुर हादसे में दोनों युवकों की पहचान 28 वर्षीय अजय कुमार पुत्र राजेंद कुमार निवासी गांव व डाकघर कोट खमराधा तहसील औट और 29 वर्षीय मनोहर लाल पुत्र हेमराज निवासी गांव कोहली सेरी डाकघर पनारसा जिला मंडी के रूप में हुई है। हणोगी के पास गांव डुंगर में ससुराल आया लाल दास पुत्र प्रीतम चंद गांव गैणी खैड़ानाल भी लापता है।

बागी नाले में बादल फटने से तबाही

संदोआ गांव के एक ही परिवार के सदस्यों सहित शेगली गांव की महिला भी लापता है। संदोआ गांव के सतार मोहम्मद के लापता परिवार में से दो सगी बहनों के शव बरादम कर लिए गए हैं, जबकि लापता सतार मोहम्मद, उसकी पत्नी साइरा, सोफिक पुत्र बरकत अली और साजिद पुत्र सतार मोहम्मद लापता हैं। यहां के ही शेगली गांव की दुर्गा देवी भी बाढ़ के चपेट में आने से लापता है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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