दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर। देश के चार राज्यों में जैश के स्लीपिंग मॉड्यूल्स सैफुल्ला के संपर्क में थे। वह उसके इशारे का इंतजार कर रहे थे। एटीएस सूत्रों से पता चला है कि दिल्ली, कर्नाटक, पंजाब और राजस्थान में जैश-ए-मोहम्मद के स्लीपिंग मॉड्यूल्स मौजूद हैं, जिन्हें विस्फोट करने का जिम्मा दिया गया है। सैफुल्ला पर बम बनाने की ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी थी।
पूर्व भाजपा नेत्री नूपुर शर्मा की हत्या करने के बाद ब्लास्ट कर दहशत फैलाने की योजना थी। सोशल मीडिया पर बने कई ग्रुप खत्म कर दिए गए हैं। एटीएस इन सबका विवरण खंगाल रही है। 12 नंबरों की आईडी निकलवाई गई है, जिससे पता चला है कि यह सभी प्री-एक्टिवेटेड सिम फर्जी आईडी लगाकर एक्टिवेट किया गया है।
यूपी एटीएस ने कानपुर से जैश-ए-मोहम्मद के जिस आतंकी को गिरफ्तार किया है उसके पिता का करना है कि उनका बेटा हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्ला का पढ़ने लिखने में मन नही था लिहाजा उन्होंने उसे घर से निकाल दिया था। यूपी के फतेहपुर का रहने वाले हबीबुल इस्लाम (19) उर्फ सैफुल्ला को एटीएस ने कानपुर से गिरफ्तार किया है।
सैफुल्ला वर्चुअल आईडी बनाने में माहिर
सैफुल्ला को फतेहपुर से कानपुर लाया गया था। ये भी कहा गया है कि हबीबुल ने स्वीकार किया कि वह नदीम को जानता था और दोनों एक ही आतंकी नेटवर्क जैश-ए-मुहम्मद से जुड़े थे। हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्ला वर्चुअल आईडी बनाने में माहिर है और उसने कई पाकिस्तानी और अफगान आतंकियों को करीब 50 वर्चुअल आईडी दी है। यूपी एटीएस के मुताबिक हबीबुल टेलीग्राम, व्हाट्सएप और फेसबुक मैसेंजर आदि के जरिए पाकिस्तान और अफगानिस्तान में बैठे हैंडलर्स से जुड़ा था।
वर्चुअल आईडी के माध्यम से अलग-अलग ग्रुप से जुड़ा था
पुलिस के मुताबिक हबीबुल उर्फ सैफुल्ला सिर्फ वर्चुअल आईडी के माध्यम से अलग-अलग ग्रुप से जुड़ा था और दूसरे सदस्यों को भी वर्चुअल आईडी देता था। इन समूहों को जिहादी वीडियो भेजे जाते थे। हबीबुल उर्फ सैफुल्ला अन्य लोगों को भी वीडियो भेजकर ‘जिहाद’ करने के लिए प्रेरित कर रहा था।
पुलिस के मुताबिक जैश-ए-मुहम्मद के एक पाकिस्तानी हैंडलर ने सैफुल्ला को भारत में अपने ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान आने को भी कहा था। पुलिस के मुताबिक सैफुल्ला के पास से एक मोबाइल फोन सिम और एक चाकू बरामद किया है।
Author: samachar
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