दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
आगरा: फिल्म ‘कागज’ (Kaagaz) तो आपने देखी ही होगी पूरी फिल्म में जिस तरह अभिनेता पंकज त्रिपाठी ( Pankaj Tripathi) अपने आप जिंदा दिखाने की जद्दोजहद में जुटे रहते हैं। दरअसल हमारे सिस्टम में हुई गलतियों को देखकर अब ये मान लेना ही सही होगा कि हर बार सांसें बंद होने पर ही इंसान मरा नहीं हो जाता। बल्कि, कई बार अच्छा खासा जिंदा इंसान भी सरकारी कागजों में मृत घोषित कर दिया जाता है। कुछ ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के आगरा से सामने आया है।
एक फैक्ट है कि यदि आप मर चुके हैं तो आप जमीन के मालिक नहीं हो सकते हैं, इसके चलते आजादी के बाद से अब तक न देश में अनगिनत मामले दर्ज किए गए हैं। जिंदा होने बावजूद लोगों को उनकी संपत्ति से बेदखल कर दिया गया है।
‘कागज पर वह मर चुके हैं’
90 साल के कृष्णानंद सरस्वती एक ऐसा ही उदाहरण है, वह जीवित और स्वस्थ हैं, लेकिन कागज पर वह मर चुके हैं। पिछले छह महीनों से वह सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं ताकि अधिकारियों को यह विश्वास दिलाया जा सके कि वह जीवित हैं।
भूमाफिया मिलीभगत से बनवाया डेथ सर्टिफिकेट
90 वर्षीय कृष्णानंद सरस्वती का आरोप है कि फिरोजाबाद नगर निगम की मिलीभगत से स्थानीय भू-माफिया ने नवंबर 2021 में हुमायूंपुर इलाके में एक मंदिर की जमीन पर कब्जा करने के लिए उनका मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया।
बीते साल जारी किया है डेथ सर्टिफिकेट
स्थानीय निवासियों के अनुसार, मंदिर परिसर में 22 दुकानें हैं और साधु पिछले चार दशकों से मंदिर में रह रहे हैं। कृष्णानंद सरस्वती ने बताया कि पिछले साल नवंबर में, फिरोजाबाद नगर निगम ने मेरा मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया था। मुझे इसके बारे में छह महीने पहले ही पता चला था और तब से, मैं अधिकारियों को समझाने की कोशिश कर रहा हूं कि मैं जीवित हूं।
‘मंदिर की जमीन हथियाने की कोशिश’
उन्होंने कहा, इस बीच, फर्जी दस्तावेज के आधार पर कुछ लोग मंदिर की जमीन को हथियाने की कोशिश कर रहे हैं, मैं जिसकी देखरेख कर रहा हूं। इसलिए, मैंने इस मामले में नगर आयुक्त के पास शिकायत दर्ज कराई है।
प्रशासन बोला- जांच जारी, होगी कार्रवाई
पूरे मामले पर फिरोजाबाद के नगर आयुक्त घनश्याम मीणा ने कहा, ‘हमने पिछले साल जारी फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र के संबंध में शिकायत का देखी है. पूरे मामले की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’
Author: samachar
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