दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में बीते कुछ दिनों से हो रही बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। गर्मी से भी राहत मिल रही है, लेकिन प्राकृतिक आपदा से जनहानि भी हो रही है। पूर्वांचल में सोमवार को आकाशीय बिजली (वज्रपात) से 11 लोगों की मौत हो गई। इस दौरान एक दर्जन से अधिक लोग झुलस गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने आकाशीय बिजली गिरने से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगतों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की राहत राशि तत्काल वितरित किए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने इस आपदा से घायल हुए लोगों का समुचित उपचार कराने के भी निर्देश दिए हैं।
भदोही के जंगलपुर गांव की कुसुम देवी और घाटमपुर गांव के दस वर्षीय आदर्श भी वज्रपात की चपेट में आ गए, जहां कुसुम देवी की इलाज के दौरान और आदर्श की मौके पर ही मौत हो गई। उधर, बलिया के दुबौली गांव में धान की रोपाई के समय डुमरी गांव की मीना आकाशीय बिजली की चपेट में आ गईं। उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
इसी तरह मीरजापुर के डोहरी गांव के शशिकांत की भी वज्रपात से मौत हो गई। प्रयागराज में सोमवार को धान की रोपाई के दौरान मांडा में बबुरा निवासी मुकेश कुमार बिंद की 24 वर्षीय पत्नी सन्नो देवी पर वज्रपात हो गया। उनकी मौके पर मौत हो गई। कोरांव के माड़ो गलदहवा निवासी 27 वर्षीय सोनू भी रोपाई के दौरान वज्रपात की चपेट में आ गया, कुछ ही देर में दम तोड़ दिया। बारा के ग्राम पंचायत पिपरांव में 21 वर्षीय खुशबू पत्नी सुशील बिंद की भी मौत हो गई।
Author: samachar
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