दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
जालौन। आजकल कई तरह की चौकाने वाली खबरें आती रहती हैं। अब हाल ही में जो मामला सामने आया है उस मामले को जानने के बाद आपके होश उड़ जाएंगे। जी दरअसल यह मामला उत्तर प्रदेश का है और इस मामले के बारे में जो भी जान रहा है वह यही कह रहा है कि यह बड़ा ही विचित्र मामला है। जी दरअसल इस मामले में मिली जानकारी के तहत यहां एक युवती ने अपनी भैंस के गुम हो जाने के दुःख में अपनी जान दे दी। जी हाँ, सुनकर आपको यकीन तो नहीं हो रहा होगा लेकिन यह सच है। बताया जा रहा है इस लड़की का अपनी भैंस के साथ इतना लगाव था कि जब वह घर नहीं लौटी तो वह बुरी तरह परेशान हो गई।
वहीँ उसके बाद उसने उसे ढूंढने की लाख कोशिशें कीं लेकिन जब वह नहीं मिली तो वह परेशान रहने लगी। काफी दिनों तक परेशान रहने के बाद आखिर में 20 जुलाई को उसने अपने घर में फांसी लगा ली। वहीँ परिजन ये देख हैरान रह गए और इलाज के लिए उसे अस्पताल भी ले जाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई। इस मामले को जालौन के कुरोना गांव की बताया जा रहा है। यहाँ के रहने वाले बैनी केवट ने तीन भैंसें पाली हुई थीं और इनकी देखभाल बेटी रजनी किया करती थी।
वह भैंसों के चारे से लेकर पानी और उनकी हर जरूरत का ख्याल रखने का काम करती थी। वहीँ रजनी के पिता ने बताया कि 8 जुलाई को भैंसें चरने के लिए छोड़ी थीं लेकिन वे लौटकर नहीं आईं। भैंसों के गुम होने की वजह से रजनी बहुत दुखी रहने लगी और 20 जुलाई को उसने फांसी लगा ली। उसके बाद उसे इलाज के लिए उरई से झांसी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."