ज़ीशान मेहदी की रिपोर्ट
हिंदू धर्म स्वीकार कर जितेंद्र नारायण त्यागी का नाम धारण करने वाले वसीम रिजवी एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। उन्होंने गुरुवार (14 जुलाई, 2022) को सामान्य पैंट-शर्ट त्याग कर भगवा वस्त्र धारण कर लिए हैं। इससे पहले उन्होंने अयोध्या की पुण्य सलिला सरयू नदी में स्नान किया। इसके बाद उन्होंने हनुमानगढ़ी से जुड़े संत राजूदास द्वारा भेंट किए हुए भगवा वस्त्र धारण किए। उन्होंने इस बात की भी घोषणा की कि वो जल्द ही संन्यास ले लेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने प्रण लिया कि वो अपना बचा हुआ जीवन भगवा वस्त्र पहनकर हिंदू संस्कृति की रक्षा के लिए समर्पित करेंगे। जितेंद्र नारायण त्यागी ने मंत्रोच्चार के साथ भगवा वस्त्र धारण किए। जहां एक तरफ उन्होंने इस मौके पर घोषणा की कि वो हिंदुओं और उनकी संस्कृति की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित करेंगे, तो वहीं दूसरी तरफ उन्होंने कट्टरपंथियों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया के जेहादी और आतंकी हमको मारना चाहते हैं और हमारा सिर काटने के लिए इनाम रखा हुआ है।
उन्होंने कहा कि अगर कभी भी मुमकिन हो सके कि कट्टरपंथी मेरा सिर काट लें तो मैं भोलेनाथ के दरबार में सभी देवी देवताओं के सामने अपना कटा हुआ सिर इसी भगवा वस्त्र में आऊं। यही मेरी कामना है।
वहीं, काशी और मथुरा के मामले पर जितेंद्र नारायण ने कहा कि जितने भी मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई हैं। मुसलमानों को चाहिए कि आपसी तालमेल से ऐसे मामले का हल निकालें। जहां पर यह साबित हो जाता है कि वहां पर हिंदू मंदिर था, तो वो जगह हिंदू भाईयो को वापस कर दी जानी चाहिए।
बता दें कि वो अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद के कार्यालय कारसेवक पुरम भी गए थे। उन्होंने यहां रामलला के दर्शन भी किए। जितेंद्र नारायण त्यागी ने बताया कि वो जल्द ही संन्यास भी धारण करेंगे। धार्मिक रीति-रिवाज के साथ वो संन्यास धारण करेंगे और इसके लिए तारीख की भी वो जल्द ही घोषणा करेंगे।
Author: samachar
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