दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद से ही उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है। इसी बीच मौलाना सलमान चिश्ती ने एक वीडियो जारी कर कहा कि नूपुर शर्मा का गला काट कर लाने वाले को अपना घर दूंगा। इसको लेकर लाइव शो के दौरान अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती से एंकर ने सवाल पूछा तो वह भड़क गए।
‘आज तक’ न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम में शरीक हुए सरवर चिश्ती से एंकर ने सवाल किया कि पहले आपकी ओर से सलमान के बयान की निंदा की गई लेकिन बाद में आप खुद भड़काऊ बयान देते हुए दिखाई दिए? इसके जवाब में सरवर चिश्ती ने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट से बड़ा कोई यहां पर है क्या? जब सुप्रीम कोर्ट ने मान लिया है कि नूपुर शर्मा के कारण ही पूरे देश में हंगामा हुआ है और पुलिस ने अभी तक उन्हें गिरफ्तार भी नहीं किया है।’
एंकर ने सरवर चिश्ती को टोकते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद 17 प्रबुद्ध लोगों ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को पत्र भी लिखा है। इस पर भड़कते हुए सरवर चिश्ती ने कहा, ‘ यहां पर कुछ नहीं बोलना है क्योंकि मेरी बात नहीं सुनी जा रही है।’ उन्होंने आगे माइक निकालते हुए कहा कि आपकी बात मैं सुन रहा हूं, आप मेरी बात सुनो। तुम्हारे बाप का नौकर हूं क्या? इतनी बात कहने के बाद वह शो से बाहर चले गए।
सरवर चिश्ती ने दिया था यह बयान : अजमेर की दरगाह की अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती ने कुछ लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ लगातार हो रही बेअदबी पर अब ऐसा आंदोलन किया जाएगा जिससे पूरा हिंदुस्तान हिल जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले 26 जून को हिंदू समाज द्वारा निकाले गए जुलूस पर उन्होंने दरगाह के आसपास दुकान लगाने वाले हिंदू दुकानदारों पर निशाना साधा था।
सरवर चिश्ती ने दिया था यह बयान : अजमेर की दरगाह की अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती ने कुछ लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ लगातार हो रही बेअदबी पर अब ऐसा आंदोलन किया जाएगा जिससे पूरा हिंदुस्तान हिल जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले 26 जून को हिंदू समाज द्वारा निकाले गए जुलूस पर उन्होंने दरगाह के आसपास दुकान लगाने वाले हिंदू दुकानदारों पर निशाना साधा था।
नूपुर शर्मा पर कोर्ट ने की है ऐसी टिप्पणी
पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान दिए जाने के मसले पर सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा पर फटकार लगाते हुए कहा था कि उनके बयान से ही पूरे देश में हिंसा फैली। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा था कि, ‘किसी पार्टी के प्रवक्ता होने से कुछ भी कहने का लाइसेंस नहीं मिल जाता है। उन्हें टीवी पर आकर पूरे देश के सामने माफी मांगनी चाहिए।’
केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अफसोस जाहिर किया
नकवी ने एक टीवी डिबेट शो के दौरान कहा कि नूपुर शर्मा के बयान पर अफसोस है लेकिन क्या उसके बदले में आ गला काट दोगे ये कहां तक सही है? नकवी ने कहा, ये जो आपने घटना आपने बताई उदयपुर की हुई या कहीं और हुई वो बिलकुल अनएक्सेटेबल है। हम ये नहीं कहते हैं कि इश्यू नूपुर शर्मा का है। नूपुर शर्मा ने क्या कहा ये किसी जस्टीफाई नहीं किया लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि आप किसी का गला काट देंगे। उन्होंने आगे कहा, ये कोई इस्लामिक देश नहीं है ये हिन्दुस्तान है ये एक सेक्युलर कंट्री है। हम नूपुर के बयान को जस्टीफाई नहीं कर रहे हैं। गला काट देना आतंकवाद है बयान देना तो आतंकवाद नहीं है। लाशें बेगुनाह के सामने डाल देना आतंकवाद है। मैं नूपुर को जस्टीफाई ना करते हुए कह रहा हूं कि जो उसने कहा वो बिलकुल गलत है। कोई उसको स्वीकार नहीं कर सकता है लेकिन ये भी तो नहीं हो सकता है कि आप गले पर गले काटते रहिए।
नकवी ने बताया,आप हिजाब हॉरर हंगामा भूल गए क्या हिजाब हॉरर हंगामा एक सुनियोजित तरीके से होता है और उस हिजाब हॉरर हंगामे में कौन कूदता है अलकायदा कूदता है, तालिबान कूद जाता है और मुस्लिम लड़कियों की तालीम और तरक्की पर ताला जड़ने की कोशिश करता है। ऐसे में हमारे देश को लोग भी उसमें कूद जाते हैं। हमारे देश की ग्रैंड ओल्ड पार्टी के दो नेता सबसे पहले कूद जाते हैं कि कोई कुछ भी पहने बिकनी पहने ये पहने वो पहने उसको पहनने दो।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."