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November 25, 2024 8:02 am

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इस शैतान शिक्षक ने बच्चे को ऐसे पीटा कि देखकर रुह कांप जाए; देखिए वीडियो ?

17 पाठकों ने अब तक पढा

प्रशांत झा की रिपोर्ट

पटना । एक टीचर ने 5 साल के छात्र को बेरहमी से पीटा। इसका वीडियो सामने आया है। कोचिंग क्लास में पढ़ाई ना करने पर शिक्षक ने बच्चे को पहले डंडे से मारा। मारते-मारते डंडा टूट गया तो उसे पलट कर दूसरी तरफ से मारा। इसके बाद लात-घूंसे भी बरसाए। पिटाई के दौरान बच्चा जमीन पर गिर गया, लेकिन टीचर का दिल नहीं पसीजा। वह उसे लात-घूंसे- थप्पड़ से लगातार पीटता रहा। इस दौरान बच्चा चीखता रहा और छोड़ने की मिन्नतें करता रहा। लेकिन टीचर नहीं माना, उसने इतना मारा कि बच्चा बेहोश हो गया।

यह मामला बिहार की राजधानी पटना में धनरूआ के वीर ओरियारा के जया क्लासेस कोचिंग संस्थान का है। जहां पर मासूम को बेरहमी से पीटा गया है। फिलहाल बच्चे का इलाज जारी है।

https://youtu.be/5RzI3l0W4i8

बच्चे के बेहोश होने की जानकारी मिलते ही आक्रोशित ग्रामीणों ने कोचिंग के शिक्षक छोटू की भी जमकर धुनाई कर दी। वीडियो को देखने के बाद उस कोचिंग में पढ़ने वाले पूरे मोहल्ले के बच्चे और अभिभावक दहशत में हैं। बताया जाता है कि धनरूआ के वीर ओरियारा स्थित जया पब्लिक स्कूल में जया क्लासेस के तहत बच्चों को ट्यूशन देकर नवोदय, नेतरहाट और सैनिक स्कूल में दाखिले की तैयारी कराई जाती है।

कोचिंग के संचालक अमरकांत कुमार ने बताया कि शिक्षक को बीपी की समस्या है। बीपी हाई होने के कारण उन्होंने बच्चे को इस कदर बेहरमी से पीटा। धनरूआ के जया पब्लिक स्कूल प्रिंसिपल विकास कुमार ने कहा कि छोटू नामक शिक्षक हमारे कोचिंग संस्थान में पढ़ाते हैं। उनको ब्लड प्रेशर की बीमारी थी। उन्होंने जो किया वो पूरी तरह गलत है। पिटाई करने वाले शिक्षक को कोचिंग से बाहर कर दिया गया है। बच्चे का इलाज अस्पताल में चल रहा है।

इस मामले में धनरूआ थाना प्रभारी ने बताया कि वीडियो वायरल की सूचना उन्हें मिली है। जांच के दौरान स्पष्ट हुआ कि वीडियो शनिवार का है। जहां कोचिंग में बच्चे की पिटाई की गई है। थाना प्रभारी ने बताया कि फिलहाल शिक्षक कोचिंग छोड़कर फरार हो गया है।

ब्लड प्रेशर नहीं, जानबूझकर पीटा

पटना के फिजीशियन डॉक्टर राणा एसपी सिंह ने बताया कि ब्लड प्रेशर बढ़ने के बाद जब इंसान गुस्सा होता है तो उसके हाथ पैर कांपने लगते हैं। ऐसे में किसी की पिटाई करना या जान से मार देने का सवाल नहीं है। अगर टीचर ने पिटाई की है तो यह उसकी उदंडता है।

अधिकतर कामकाजी लोगों को ऐसी समस्या होती है, लेकिन ऐसी घटनाएं नहीं होती। इस घटना में टीचर की मनमानी है, वह अगर बीपी का बहाना बना रहा है तो गलत है। बीपी से पिटाई का कोई संबंध नहीं है। इसे टीचर की दबंगई कहा जा सकता है।

मूड डिसऑर्डर का शिकार

पटना की मनोचिकित्सक डॉक्टर विवेक विशाल ने बताया कि ऐसी घटना में अक्सर मूड डिसऑर्डर का मामला आता है। टीचर भी इसी घटना से शिकार हो सकता है। ऐसे में अगर बीपी की बात कही जा रही है तो यह गलत है। टीचर को बीपी बढ़ने की बात कहकर उसे बचाया जा रहा है। ऐसा टीचर की आदत में होगा।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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