दुर्गा प्रसाद शुक्ला के साथ नौशाद अली की रिपोर्ट
बलरामपुर: मामला यूपी के बलरामपुर जिले के अंतर्गत आने वाले भारत-नेपाल की स्थित गुरुंग नाके का है जहां पर एसएसबी जवानों की मुस्तैदी के कारण 44 बोरियों में तकरीबन 20 कुंटल सुपारी पकड़ी है, जिसकी भारतीय बाजार में कीमत ₹22 लाख बताई जा रही है। इस सुपारी के साथ दो अभियुक्तों को भी पकड़ा गया है। इसके साथ ही एक मिनी ट्रक, जिससे सुपारी की तस्करी की जा रही थी, उसे भी बरामद किया गया है। एसएसबी ने कस्टम विभाग बढ़नी सिद्धार्थनगर को पकड़ी गई सुपारी, अभियुक्तों के साथ सुपुर्द कर दिया गया है।
दरअसल बलरामपुर जिला भारत नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा को शेयर करता है। इसकी लंबाई तकरीबन 85 किलोमीटर है। यह सीमा पूरी तरह से खुली हुई है, जिस पर सीमा सुरक्षा बल जवानों द्वारा पहरा दिया जाता है।
एसएसबी निरीक्षक मानिकचंद सरकार के नेतृत्व में जवानों ने मुखबिर की सूचना के आधार पर गैसड़ी की ओर से आ रही मिनी ट्रक को इटवा चौराहे पर रोका गया। तलाशी के दौरान डीसीएम में 44 बोरा नेपाली सुपारी रखी हुई थी, जिसकी कीमत तकरीबन 22 लाख रुपए बताई जा रही है।
एसएसबी जवानों ने डीसीएम पर सवार सोनू व सत्येंद्र अग्रहरी को हिरासत में ले लिया गया है। एसएसबी के सूचना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह ने कस्टम कार्यालय जरवा के अधिकारी को सूचना दी। जरवा में कस्टम कार्यालय बंद होने की जानकारी मिली। इस पर नेपाली सुपारी को कस्टम कार्यालय बढ़नी सिद्धार्थनगर के सुपुर्द कर दिया गया है।
एसएसबी निरीक्षक मानिक चंद्र सरकार ने बताया कि मुखबिर की सूचना के आधार पर हमने इटवा चौराहे से एक मिनी ट्रक में 44 बोरी लदी प्रतिबंधित नेपाली सुपारी पकड़ी है। हमने 2 अभियुक्तों को भी पकड़ा है। सभी को कस्टम कार्यालय बढ़नी सिद्धार्थनगर में रिपोर्ट कर दिया गया है।
Author: samachar
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