संवाददाता- विवेक चौबे
गढ़वा : जिले के कांडी कोयल नदी स्थित भीम बराज से निकली बायीं नहर के टूटे भाग की मरम्मत शुक्रवार को कर दिया गया। सिंचाई विभाग के जेई अनिल कुमार पंडित व अजित कुमार की देखरेख में जेसीबी से नहर की मरम्मत कराई गयी।
नहर का निर्माण करा रही कंपनी वैपकॉफ के इंजीनियर मैनक घोष भी उपस्थित थे। उक्त नहर लगभग 12 दिन पूर्व पानी के दबाव से बराज से 500 मीटर पश्चिम में टूट गयी थी, जिससे भंडरिया गांव के 25 एकड़ खेतों में पानी भर गया है। यह खबर बड़ी प्रमुखता से दिखाई गई थी। खबर का असर हुआ कि दो दिनों बाद सिंचाई विभाग व निर्माण करा रही कंपनी के लोगों ने टूटे नहर की मररम्म करा दी। नहर टूट जाने के बाद से नहर के आगे के हिस्से में पानी नही पहुंच रहा था। किसान सिंचाई के लिए चिंतित थे।
23 करोड़ की लागत राशि से 12 किलोमीटर लम्बी नहर की पक्कीकरण का कार्य वैपकॉफ नामक कंपनी करा रही है, लेकिन कोरोना काल में दो वर्ष तक सरकार भुगतान रोक दी थी, जिस कारण काम पूरा नही हो सका। अभी भी चार किलोमीटर तक नहर कच्ची ही है।
नहर की मरम्मत हो जाने के बाद किसानों में खुशी देखी जा रही है। टूटी नहर को मरम्मत कराने में झामुमो प्रखंड सचिव सह प्रखंड 20 सूत्री सदस्य अंजनी कुमार सिंह की बड़ी भूमिका रही है।
मौके पर निर्माण कंपनी के पेटी कॉन्ट्रक्टर भीकेएस के सुपरवाइजर शशि पाठक, संजय मेहता, ग्रामीण अनजान सिंह, बीर बहादुर सिंह, सुशील सिंह सहित कई लोग उपस्थित थे।
Author: samachar
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