Explore

Search
Close this search box.

Search

23 February 2025 5:27 pm

लेटेस्ट न्यूज़

उदयपुर हत्याकांड के आरोपी को सजा ए मौत की उठ रही है मांग

47 पाठकों ने अब तक पढा

ओम प्रकाश पाण्डेय की रिपोर्ट 

बलिया।  उदयपुर, राजस्थान में हिन्दू युवक कन्हैयालाल की इस्लामिक उन्मादी जेहादियों द्वारा की गई नृशंस हत्या एक जघन्य अपराध है। हत्या के बाद वीडियो जारी करना और देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को धमकी देना देश की संप्रभुता पर खतरा है। अपने आप में इस प्रकार की यह पहली घटना पूरी मानवता पर भी कलंक है। विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ऐसी किसी भी घटना को अब सहन नहीं करेगा। ऐसे उन्मादियों को फास्ट ट्रैक न्यायालय से फांसी की सजा से कम कोई भी सजा स्वीकार्य नहीं है।

उक्त बातें गोरक्ष प्रान्त के प्रान्त सह मंत्री और बलिया के जिलाध्यक्ष मंगलदेव चौबे ने कैम्प कार्यालय जापलिनगंज,दुर्गा मंदिर पर विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा । उन्होंने आगे कहा कि, गांधी और बुद्ध को मानने वाले इस देश के लोग भगत और आजाद को भी पूजते है । इसलिए उन इस्लामिक उन्मादियों और जेहादियों को फांसी की सजा से कम सजा हर्म स्वीकार्य नहीं है।

इससे पहले जनपद के सभी प्रखण्डों से विहिप के कार्यकर्ता कैम्प कार्यालय पर एकत्र हुए और कन्हैया लाल की आत्मा की शान्ति के लिए एक शोक सभा आयोजित हुई।

शोक सभा को जिला कार्याध्यक्ष सुनील कुमार यादव, जिला संयोजक बजरंग दल मनीष सिंह, जिला मंत्री अजय श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया। शोक सभा में दिवंगत आत्मा के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया और कार्यकर्ताओं ने दिवंगत कन्हैया लाल के चित्र पर पुष्प समर्पित किया |

बैठक के बाद जिलाध्यक्ष मंगलदेव चौबे ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ महामहिम राष्ट्रपति भारत सरकार को संबोधित एक ज्ञापन जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपा। ज्ञापन लेते समय एस. डी. एम. सदर सहित डिप्टी एस. पी., बलिया, सीओ सिटी कोतवाल अपने पूरे दल बल के साथ मौजूद रहे बैठक में पूरे जनपद से सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

बैठक में मंगलदेव चौबे, सुनील कुमार यादव, अजय श्रीवास्तव, मनीष सिंह, भानु तिवारी, अर्जुन गुप्ता, श्याम जी, संजेश तिवारी, शुभम, मोहित, जितेन्द्र, संजीव, राजीव, आशीष, पंकज, सौमित्र, राजू, आदि उपस्थित रहे।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़