संवाददाता- विवेक चौबे
गढ़वा : जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत राणाडीह पंचायत के भंडरिया गांव के समीप कोयल नदी के भीम बराज से निकली बायीं नहर टूट गया। 10 फीट चौड़ाई में टूटे नहर का पानी भंडरिया गांव के 20 से 25एकड़ खेतो में फैल गया है। पूरा खेत पानी से भरा है। सिंचाई विभाग ने सोमवार को नहर में जा रहे पानी को बन्द करा दिया है। पिछले एक सप्ताह से टूटे नहर को अभी तक ठीक कराने का सिंचाई विभाग और न हीं नहर पक्कीकरण करा रही कम्पनी ने ही कोई पहल किया है।
विदित हो कि कोयल नदी के भीम बराज से निकली बायीं नहर के पानी के दबाव से भंडरिया गांव के सामने दक्षिण में बराज से लगभग 500 मीटर पश्चिम में टूट गया है। नहर टूट जाने से नहर में आगे पानी जाना बंद हो गया है। नहर का पूरा पानी टूटे स्थान से बगल के खेत में भर रहा है। अभी तक भंडरिया गांव के कई किसानों के 20 से 25 एकड़ खेतों में भर चुका है। वह पानी अब बगल के मंझिआंव प्रखंड के मोरबे गांव के किसानों के खेतों में भरना शुरू हो चुका है।
खेत के बगल में बसे भंडरिया गांव के दिनेश चौधरी, बिक्रमा चौधरी, प्रसिद्ध चौधरी, गमला चौधरी, राजेन्द्र चौधरी के घरों में भी पानी भर गया था। नहर में पानी का आवक बन्द करने के बाद घर का पानी बाहर निकला है।
23 करोड़ की लागत राशि से उक्त 12 किलोमीटर लम्बी नहर का पक्कीकरण का निर्माण कार्य वैपकॉफ नामक कंपनी ने जनवरी 2019 से शुरू की थी, लेकिन अभी तक निर्माण कार्य पूरा नही हो सका है। अभी भी 3 से 4 किलोमीटर नहर का निर्माण बाकी है।
कंपनी के सीनियर असिस्टेंट इंजीनियर ने बताया कि करोना काल के दो वर्षों से झारखंड सरकार पेमेंट बन्द कर दी थी, जिस कारण कम्पनी ने भी काम को बंद कर दी थी। पिछले महीने भुगतान मिली है, लेकिन बरसात के कारण निर्माण कार्य शुरू नही हो सका है। 15 नवम्बर से काम शुरू कर मार्च 2023 तक निर्माण कार्य पूरा करने का आदेश विभाग से प्राप्त है। उन्होंने बताया कि राणाडीह गांव के सामने बिंदु संख्या 2.9 किलोमीटर से 3.6 किलोमीटर तक का नहर का निर्माण कार्य जमीन का मुआवजा का भुगतान नही मिलने को लेकर उपेन्द्र मेहता ने रोक लगा रखा है। जबकि 0 किलोमीटर से 2.9 किलोमीटर तक चैनल का निर्माण कार्य की मांग को लेकर ग्रामीणों ने रोक लगा रखा है। उक्त मैटर कैबिनेट में लंबित है।
उक्त नहर से प्रखंड के भंडरिया, सोहगड़ा, राणाडीह, घुरुआ, मोखापी, कोरगाई, जयनगरा, खरौंधा, कसनप सहित कई गांव के खेतों की कुछ भाग सिंचित होता है, लेकिन नहर टूटे होने से पानी नहर के अंतिम छोर तक नही पहुंच रही है। जिसके कारण खेती प्रभावित हो रहा है। जिन किसानों के खेतों में पानी भर गया है उनमें भंडरिया के सुरेश सिंह, प्रदीप सिंह, नंदलाल रजवार, रामयस सिंह सहित अन्य किसान शामिल हैं।
जेएमएम के प्रखंड सचिव सह प्रखंड 20 सूत्री समिति सदस्य अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि प्रखंड के किसानों की यह एक गंभीर समस्या है, लेकिन सिंचाई विभाग और न निर्माण कंपनी ने अभी तक टूटे नहर को ठीक कराने की ओर ध्यान दिया है। इस गंभीर समस्या को मैं झारखंड सरकार के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर व जिला 20 सूत्री अध्यक्ष नितेश सिंह को आगे की कार्रवाई के लिए अवगत कराऊंगा।
सिंचाई विभाग के जेई अनिल कुमार पंडित ने बताया कि उक्त नहर निर्माण करा रही कंपनी को हैंडओवर किया गया है। टूटे नहर के मरम्मत के लिए विभाग के पास अलग से कोई मद नही है।निर्माण करा रही कंपनी ही जल्द नहर की मरम्मत कराएगी, बात हो चुकी है।
Author: samachar
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