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November 2, 2024 2:00 am

महाराष्ट्र में सियासी घमासान, संकट में उद्धव सरकार ; मुख्यमंत्री ने “वर्षा” छोड़ा

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टिक्कू आपचे की रिपोर्ट 

महाराष्ट्र की सियासत में मचे घमासान के बीच बुधवार (22 जून, 2022) को उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री आवास “वर्षा” छोड़ दिया है। आज शाम ही फेसबुक लाइव आकर उद्धव ठाकरे ने राज्य की जनता और शिवसैनिकों को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर एक भी विधायक उनके खिलाफ है तो वो मुख्यमंत्री पद छोड़ देंगे और सीएम आवास “वर्षा” से अपने आवास मतोश्री शिफ्ट हो जाएंगे। इसके कुछ घंटे बाद ही उन्होंने सरकारी आवास से अपना सामान निकालना शुरू कर दिया था।

इस दौरान, आवास के बाहर लोगों की काफी भीड़ देखी गई और शिवसेना के समर्थन में खूब नारे भी लगाए गए। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने अपनी मां रश्मि ठाकरे, भाई तेजस ठाकरे और अपने पिता मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ वर्षा बंगला आवास छोड़ दिया।

शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के अड़ियल रवैये के चलते राज्य सरकार पर संकट छाया हुआ है। फेसबुक लाइव में उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘अगर एकनाथ शिंदे आकर बोल दें तो मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार हूं। सब लोगों (विधायकों) ने मेरा समर्थन किया, लेकिन अपने ही लोगों (विधायकों) ने समर्थन नहीं किया। अगर मेरे खिलाफ एक भी वोट विरोध में जाता है तो मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ने को तैयार हूं।”

उधर, शिंदे बार-बार दावा कर रहे हैं कि उन्हें 40 विधायकों (निर्दलीय समेत 46) का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने भरत गोगावाले को शिवसेना विधायक दल का चीफ नियुक्त कर दिया है। शिंदे ने एक ट्वीट कर कहा कि आज शाम विधायक दल की बैठक के संबंध में सुनील प्रभु द्वारा जारी आदेश अवैध माना जाएगा।

दो तिहाई आंकड़ा जुटाने तक का इंतजार

सूत्रों के अनुसार, शिवसेना का बागी गुट पहले अपने के साथ दो तिहाई का आंकड़ा पूरा कर लेना चाहता है, ताकि तकनीकी दिक्कतें न आएं। बागी गुट लगभग 45 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहा है, लेकिन अभी तक लगभग 34 विधायक ही खुलकर सामने आ पाए हैं। सूत्रों के अनुसार, 40 विधायकों का आंकड़ा पार होने के बाद विधानसभा उपाध्यक्ष और राज्यपाल के सामने असली शिवसेना होने का दावा कर विभाजन की औपचारिकता भी पूरी कर लेगा। इसके अलावा भाजपा के साथ सरकार बनाने का रास्ता भी खुल जाएगा।

एकनाथ शिंदे इस वक्त गुवाहाटी में हैं। पार्टी की ओर से व्हिप जारी होने के कुछ देर बाद ही गुवाहाटी में मौजूद शिवसेना के 34 बागी विधायकों ने शिंदे को अपना नेता चुन लिया। इन विधायकों ने शिंदे को समर्थन देने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर इसकी कॉपी गवर्नर, डिप्टी स्पीकर और विधानसभा सचिव को भी भेज दी है। हालांकि, शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने के सवाल पर कहा कि उन्होंने अभी किसी पार्टी से बात नहीं की है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."