परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट
अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को भारत बंद बुलाया गया था, जो बेअसर नजर आया। हालांकि इस भारत बंद को देखते हुए देश के सभी राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया गया था। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, यूपी, बिहार से लेकर आंध्र प्रदेश और बंगाल तक में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। भारत बंद के मद्देनजर सोमवार को 529 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया। दरअसल प्रदर्शनकारी ट्रेनों को निशाना बना रहे हैं, जिसे देखते हुए एहतियातन यह कदम उठाया गया। हालांकि अग्निपथ के विरोध में सियासत भी खूब हुई। दिल्ली पुलिस ने भारत बंद को देखते हुए शहर और उसके सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी थी। इससे दिल्ली के कुछ हिस्सों में ट्रैफिक जाम देखा गया।
हालांकि दिल्ली में सभी सड़कें, दुकानें, प्रतिष्ठान और बाजार खुले रहे और स्थिति सामान्य रही। उधर, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर सहित कई स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।वहीं झारखंड में अग्निपथ के विरोध में प्रदर्शनों के मद्देनजर सोमवार को झारखंड में 5000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए और राज्य भर में स्कूल बंद रहे। राजधानी रांची, इस्पात नगरी जमशेदपुर, पलामू समेत अन्य शहरों में दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रहे। भारत बंद के आह्वान को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार ने 20 जिलों में इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया।
हरियाणा के कुछ हिस्सों में सड़कों पर उतरे लोग
हरियाणा के कुछ हिस्सों में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों को जाम कर दिया और अग्निपथ योजना वापस लेने की मांग की। फतेहाबाद में युवाओं के एक समूह ने लाल बत्ती चौक को जाम किया, जबकि कई अन्य ने रोहतक जिला में सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया। हरियाणा के अंबाला, रेवाड़ी और सोनीपत और पंजाब के लुधियाना, जालंधर और अमृतसर रेलवे स्टेशनों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."