अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
प्रयागराज हिंसा के षड्यंत्र का मुख्य आरोपी जावेद पंप पुलिस की गिरफ्त में है। पूरे मामले की जांच चल रही है लेकिन जावेद पंप का घर प्रशासन ने अवैध बताते हुए गिरा दिया है। अब जानकारी सामने आ रही है कि जिस घर को प्रशासन ने तोड़ा है, वह घर जावेद पंप के नाम पर नहीं, बाकि उनकी पत्नी के नाम पर है। अब जावेद पंप की बेटी सुमैया फातिमा मीडिया के सामने आई और अपने पिता को बेगुनाह बताया है।
सुमैया ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि ‘पापा हमारे साथ में रहते थे, अगर ऐसा कुछ होता तो हमें पता तो चलता, कान में भनक तो जाती। जिस दिन पथराव हुआ था, उनके पास कॉल आ रही थी। लोग उन्हें बुला रहे थे तो वह लोगों को मना कर रहे थे कि ऐसा मत कीजिये। तो कैसे वह मास्टरमाइंड हो सकते हैं।’ सोमैया ने कहा कि ‘अगर उनके (जावेद पंप) मोबाइल में कुछ सबूत मिले हैं तो हम सभी को दिखाएं कि क्या सबूत मिले हैं।’ सुमैया ने बताया कि ‘करीब 30 घंटे तक हमें डिटेन करके रखा गया था।’
सुमैया ने बताया कि ‘मकान मेरी मां के नाम पर है, नाना ने मां को गिफ्ट दिया था। कार्रवाई होने के बाद हमारे हाथ खड़े हो गए हैं। बुलडोजर चलने के कुछ घंटे पहले हमें पुलिस ने छोड़ा, अब हम रिश्तेदार के घर रहे हैं। हम बस यही चाहते हैं कि हमारे पिता को छोड़ दिया जाए। किसी को पता है या नहीं लेकिन मुझे पता है कि मेरे पिता निर्दोष हैं और उन्होंने कुछ नहीं किया है।’
लोगों की प्रतिक्रियाएं: भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने लिखा कि ‘जैसे ओसामा बिन लादेन 9/11 वाले दिन जहाज़ में नही था।’ अजीत भारत ने लिखा कि ‘ये ज्ञान जेएनयू के ही पढ़े हुए लोगों को आ सकता है। कितना मासूम सा सवाल है कि ट्विन टावर तोड़ने के समय तो ओसामा जहाज में थे ही नहीं!’ अर्जुन सिंह ने लिखा कि ‘मूसावाले की हत्या के दिन लॉरेंस बिश्नोई भी जेल में था।’ एक यूजर ने लिखा कि ‘जब कसाब मुंबई में आतंक मचा रहा था तब उसके सभी आका पाकिस्तान में अपने घरों में ही थे।’ संजीव अरोरा ने लिखा कि ‘मास्टरमाइंड कभी ख़ुद फील्ड में नहीं उतरा करते, वो रणनीति बनाते हैं और फण्ड मुहैया कराने का जरिया बनते हैं।’
बता दे कि जावेद पंप पर ही प्रयागराज में लोगों को हिंसा करने के लिए भड़काने का आरोप है। पुलिस का कहना है कि जांच चल रही है, हमारे सामने कुछ तथ्य आए हैं। आगे की कार्रवाई की जा रही है। हालांकि जैसे ही जावेद पंप का नाम इस मामले में सामने आया, उसके बाद प्रशासन ने जावेद के घर को तोड़ने का फैसला किया। करीब पांच घंटे तक चले बुलडोजर से जावेद पंप के घर को गिरा दिया है। इसके बाद बुलडोजर चलाने को लेकर सीएम योगी लोगों के निशाने पर आ गए।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."