कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
जालौन : जिले के आटा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत चमारी के लेखपाल सत्येंद्र सिंह लोधी की दबंगई से पूरा गांव दहशत में है। यहां के गरीब हरिजन बस्ती को उक्त लेखपाल के द्वारा षड्यंत्र के तहत टारगेट करने की कोशिश की जा रही है।
दबंग लेखपाल विगत दस वर्षों से एक ही ग्राम पंचायत में लगातार पदस्थापित है। जबकि उप जिला अधिकारी कालपी को कई बार लिखित रूप से सूचना भी दी गई है। इसके बावजूद भी दबंग लेखपाल के पक्ष में उप जिला अधिकारी खड़े नजर आते हैं।
हाल ही में वर्तमान प्रधान बृजेश गौतम को लेखपाल सत्येंद्र सिंह लोधी द्वारा गाली गलौज व मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई थी। यह खबर कई समाचार पत्रों में भी प्रकाशित हुई थी। एसडीएम के द्वारा मामले को दबाने की पुरजोर कोशिश करते हुए ग्राम प्रधान बृजेश गौतम को सुलहनामा करा कर दबाव बनाया गया।
उप जिला अधिकारी कालपी ने कुछ समय के लिए दबंग लेखपाल को ग्राम पंचायत चमारी से हटा भी दिया गया था, लेकिन उप जिला अधिकारी के द्वारा एक माह के भीतर ही पुनः दबंग लेखपाल सत्येंद्र सिंह लोधी को ग्राम पंचायत चमारी में नियुक्ति प्रदान की गई। जबकि एसडीएम कालपी के साथ स्वयं लेखपाल भी उक्त ग्राम पंचायत में पहुंच कर गरीब हरिजन बस्ती में जाकर घरों में घुसकर बुलडोजर का डर दिखाते हुए उनके आवासों को तोड़ने की बात कर रहे हैं। कहा कि सरकार के आदेशानुसार हरिजन बस्ती को तोड़ा जायेगा। गांव के सैकड़ो गरीब हरिजन परिवारों को धमकी देकर धन की ऊगाही करने पर उतारू हैं।
ग्रामीणों के कथनानुसार लेखपाल सत्येंद्र अपने रसूखदार लोगो के इशारे पर कार्य कर रहे हैं। गरीबो से उनके अपने मकान बचाने के लिए गरीब हरिजनो से मोटी रकम की मांग कर रहे हैं। जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों में स्पष्ट रूप से वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि कोई भी गरीब परिवार के आवासों को तब तक अधिकारी नहीं तोड़ेंगे जब तक उनके रहने की व्यवस्था सरकारी अधिकारी न कर दें। उसके बावजूद भी उत्तर प्रदेश में अधिकारी राजस्व विभाग के अपनी मनमानी कर रहे हैं व गरीब पीड़ित दलित समाज के लोगो को षड्यंत्र रच कर राजस्व विभाग के उपजिलाअधिकारी अपने लेखपाल सत्येंद्र को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
उक्त गांव के सभी गरीब दलित परिवारों ने सरकार से न्याय की गुहार लगाई है।
Author: samachar
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