विनोदानंद त्रिपाठी की रिपोर्ट
मझिआंव । दलको में चल रही विष्णु महायज्ञ के तीसरे दिन रोहतास बिहार से पधारे पंडित सुरेश शास्त्री ने कहा कि अहंकार विनाश का मूल कारण है जब जीव रुपी किसान, साधना रुपी खेती में सत्कर्म रुपी धान लगाता है और उसके ऊपर प्रसंसा रुपी जल की वर्षा होती है तब अहंकार रूपी घास उग जाती है अहंकार रूपी घास को विवेक रुपी खुरपी से बाहर निकाला जाता है उक्त बातें कथा के तीसरे दिन सुरेश शास्त्री जी ने राम कथा में प्रवचन कर रहे थे।
कथा व्यास ने कहा कि लंका सीता के संताप से, विभिषण जी के जाप से, और रावण के पाप से लंका जली इसलिए नारी का शोषण नहीं होना चाहिए कथा क्रम को बढ़ाते हुए कहा कि जो प्रभु की कथा नहीं सुनता उसके जीवन में व्यथा आ जाती है अहंकार राम कथा सुनने से ही नष्ट हो जाता है राम कथा मन की व्यथा को दूर करती है।
वहीं संत योगी योगेश्वर ने बताया कि दुनिया के दुःख को हरता है उसे राम कहते हैं और राम के दुःख को हरता है उसे हनुमान कहते हैं योग करने से मनुष्य निरोग हो जाता है मन के तरंग मारले बस हो गया भजन,आदत बूरी सुधार ले बस हो गया भजन,भजन सुनकर काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने आनंद उठाया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."