नौशाद अली की रिपोर्ट
बलरामपुर। तुलसीपुर नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन फिरोज पप्पू की हत्या के साजिश के आरोप में जेल में बंद जेबा रिजवान पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की कार्रवाई का परिजनों ने विरोध किया है। विरोधियों की झूठी शिकायत पर रासुका की कार्रवाई का आरोप लगाते हुए सरकार से मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग की है।
जेबा रिजवान के ससुर प्रोफेसर नेमत खां ने कहा कि पूर्व चेयरमैन की हत्या में उनके बेटे रमीज, बहू जेबा व समधी पूर्व सांसद रिजवान जहीर पर साजिश का आरोप लगा है। बीते दिनों हाईकोर्ट लखनऊ ने जेबा को हत्या की साजिश व गैंगस्टर के मुकदमे में जमानत भी दे दी थी। इसी बीच विपक्षियों ने एसपी को पत्र देकर जेबा रिजवान की रिहाई पर यह कहकर सवाल उठाया कि उनके रिहा होने से हम लोगों को जानमाल का खतरा है। इसी को आधार बनाकर प्रशासन ने जेबा के ऊपर भी रिहाई होने से पहले एनएसए लगा दिया।
जेबा पढ़ी-लिखी व सरल स्वभाव की महिला हैं। बीते विधानसभा चुनाव में जेल में रहकर उसने तुलसीपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दल चुनाव लड़ा और 50 हजार से अधिक वोट पाकर रनर रही। इस हत्याकांड से जेबा का दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं है। उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है। पूर्व चेयरमैन हत्याकांड की सीबीआइ या सीबीसीआइडी जांच कराई जाए।
Author: samachar
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