संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं व ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों में सरकारी धन का मनमाने तरीके से बंदरबांट करने वालों की शिकायत करना शिकायत कर्ता को काफ़ी मंहगा साबित होता है जिसमें भ्रष्टाचारी अधिकारी हो या ग्राम प्रधान व सचिव सभी अपने कृत्यों को छिपाने के लिए शिकायत कर्ता के ख़िलाफ़ रंगदारी का आरोप लगाते हुए जेल भेजने का काम करते हैं वहीं पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी व थाना प्रभारी बिना मामले की गंभीरता से किए हुए शिकायत कर्ता को जेल भेजने का काम करते हैं वहीं दूसरी ओर भ्रष्टाचारी अधिकारी, ग्राम प्रधान व सचिव शिकायत कर्ता को जेल भेजकर अपनी दबंगई व रसूखदार होने का परिचय देते हैं जिसके कारण ग्राम पंचायतों में हो रहे भ्रष्टाचार पर गांव की ग़रीब जनता जेल जाने के डर से शिकायत करने से कतराते हैं जिसके कारण ग्राम प्रधान व सचिव व ठेकेदार अपनी मनमानी करते हुए विकास कार्यों के नाम पर सरकारी धन का मनमाने तरीके से बंदरबाट करते हुए नज़र आते हैं l
ऐसा ही एक मामला सामने आया है मऊ विकास खण्ड की विभिन्न ग्राम पंचायतों में ग्राम विकास अधिकारी रहे सतीश कुमार पाण्डेय का l
मऊ विकास खण्ड के ग्राम पंचायत सेसा सुबकरा में सचिव रहे सतीश कुमार पाण्डेय द्वारा ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में सरकारी धन का मनमाने तरीके से बंदरबाट किया गया था जिसमें मनरेगा योजना, राज्य वित्त व चौदहवें वित्त आयोग की धनराशि से कराए गए कार्यों में जमकर धांधली करते हुए विकास कार्य कराए गए थे जिसमें सतीश कुमार पाण्डेय सहित अन्य बारह लोगों को गबन का आरोपी बनाया गया था वहीं ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना गाइड लाइन को दर किनार करते हुए सरकारी नौकरी करने वालों को लाभ देने का काम किया गया था वहीं ग्राम पंचायत सेसा सुबकरा व ग्राम पंचायत ओबरी में पंचायत भवन निर्माण में सचिव द्वारा घोर अनियमितताएं की गई थी लेकिन अपने विरुद्ध कार्यवाही होने के डर से ग्राम विकास अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय द्वारा सहायक अभियंता जिला ग्राम्य विकास अभिकरण महेश कुमार गुप्ता को धमकाने का प्रयास किया गया था जिसको लेकर सहायक अभियंता ने उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर कार्यवाही की मांग की है l
अपने विरुद्ध कार्यवाही होने के डर से ग्राम विकास अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय द्वारा जिलाधिकारी महोदय को पत्र लिखकर शिकायत कर्ता दिलीप कुमार मिश्रा, जिला पंचायत राज अधिकारी तुलसीराम, सहायक अभियंता जिला ग्राम्य विकास अभिकरण महेश कुमार गुप्ता व पत्रकार संजय सिंह राणा के ऊपर पांच लाख रुपए रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है वहीं शिकायत कर्ता को सजायाफ्ता व पत्रकार संजय सिंह राणा को फर्जी पत्रकार बताकर कार्यवाही की मांग की है l
वहीं सतीश कुमार पाण्डेय द्वारा रंगदारी का आरोपी बनाए जाने वाले पत्रकार संजय सिंह राणा ने जिलाधिकारी महोदय से मामले की उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर उपरोक्त मामले की जांच कराए जाने की मांग की है व पत्रकार संजय सिंह राणा को फर्जी पत्रकार बताकर व रंगदारी का आरोप लगाने वाले सतीश कुमार पाण्डेय द्वारा विभिन्न ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों के नाम पर किए गए सरकारी धन के गबन/बंदरबाट की जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही की मांग की है व जिलाधिकारी महोदय से निवेदन किया है कि ग्राम विकास अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय द्वारा दिए गए शिकायती पत्र को गंभीरता से लेते हुए जांच कराएं व दोषी चाहे जो भी हो उसके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही कराएं जिससे किसी भी व्यक्ति का उत्पीड़न न हो सके वह चाहे ग्राम विकास अधिकारी हो या रंगदारी के आरोपी हों l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."