दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर । गुरुवार को 65 साल के एक बुजुर्ग दीप तिवारी ने अपने 27 साल के बेटे शिवा और 25 साल की बहू जूली की गला रेतकर हत्या कर दी थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो बुजुर्ग ने पहले गुमराह किया। बाद में शक होने पर पुलिस ने सख्ती की तो वह टूट गया। उसने बेटे-बहू की गला रेतकर हत्या की बात कबूल ली। बुजुर्ग का कबूलनामा सुनकर पुलिस भी दंग रह गई। तसल्ली के साथ उसने हत्याकांड का पूरा सच पुलिस को बताया।
हत्यारे पिता ने बताया कि बेटा जमीन पर बिस्तर बिछाकर सो रहा था। मैंने देखा और उसकी गर्दन चाकू से रेत दी। चीख सुनकर बहू जाग गई। बहू पापा…पापा कहकर चीखती रही लेकिन उसका भी बाल पकड़कर मैंने गर्दन रेत दी। बहू की चीख सुन कुछ पड़ोसी दौड़े तो मैंने उन्हें बताया कि उसे फिर से मिर्गी का दौरा पड़ा है। इससे सभी अपने कमरे में वापस लौट गए। दोनों की हत्या के बाद मैं छत पर जाकर सो गया। सुबह पड़ोसियों को जानकारी दी तो पुलिस जांच करने पहुंची।
मंद बुद्धि बेटे की हत्या करके खुद फांसी लगाने का था इरादा
रामबाग इलाके में रहने वाले हत्यारोपी दीप तिवारी ने बताया कि बेटे और बहू की हत्या के बाद उनका अगले दिन अपने मंदबुद्धि बड़े बेटे की भी गर्दन रेतकर हत्या करके फांसी लगाने का इरादा था। लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने पकड़ लिया। अब उनके मंद बुद्धि बेटे को देखने वाला परिवार में कोई नहीं है। हत्यारोपी के भाइयों ने भी पल्ला झाड़ लिया है।
पिता बोला- किए पर अफसोस नहीं, पांच महीने नरक में गुजरे
बेटे-बहू के हत्यारोपी पिता ने अपने कुबूलनामा में बताया कि बेटे ने सामूहिक विवाह में लव-मैरिज की थी। उसकी शादी के बाद उनके पांच महीने नरक में गुजरे हैं। 10 साल से घर में कोई खुशखबरी नहीं आई। सिर्फ परेशानियां ही पूरा परिवार झेल रहा है। बेटे की शादी के बाद से परेशानी और बढ़ गई थी। इन्हीं सब परेशानियों से तंग होकर मैं यह कदम उठाने में मजबूर हो गया। मुझे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है।
गर्भपात में 15 हजार रुपए खर्च होने से बढ़ा तनाव
65 साल के हत्यारोपी पिता ने बताया कि बहू जूली प्रेग्नेंट थी। मगर उसकी हालत बिगड़ गई। कुछ दिक्कत होने के कारण उसका मार्च में गर्भपात कराया गया। इसमें 15 हजार रुपए खर्च हुए थे। इधर, जहां दीप चाय की दुकान लगाता था। उसका मालिक भी दीप पर दुकान खाली करने का दबाव बना रहा था। इन्हीं सब वजह से वो मेंटली परेशान था।
भूत-प्रेत का संदेह भी दिमाग पर था हावी
बेटे-बहू को जान से मारने वाले दीप तिवारी की मानें तो वह चौतरफा परेशानियों से घिरा था। बेटे के लव-मैरिज करने, बड़े बेटे की बीमारी, आर्थिक तंगी और बहू पर भूत-प्रेत की छाया से परेशान हो चुका था। बहू के ऊपर मर चुकी पत्नी और परिवार के अन्य लोगों का भूत आता था।
लॉकडाउन में हुई थी बेटे-बहू की मुलाकात
हत्यारोपी पिता ने बताया कि बेटे शिवा और शास्त्री नगर निवासी जूली सिंह राजपूत की मुलाकात लॉकडाउन के दौरान 2020 में हुई थी। उस दौरान दोनों के बीच प्रेम प्रसंग हुआ। मुझे रिश्ता पसंद नहीं था। फिर भी शिवम ने शादी की। जूली के बचपन में ही मां सीमा और पिता रामविलास की मौत हो गई थी।
पुलिस को करता रहा गुमराह
गुरुवार को कानपुर के बजरिया थाना क्षेत्र के रामबाग इलाके में पिता ने अपने बेटे-बहू की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद दोनों के शव को बेड के नीचे छिपा दिया। सुबह उठा तो दहाड़े मारकर रोने लगा। पड़ोसी चीख पुकार सुनकर घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस ने पूछताछ की तो, शुरुआती जांच में दीप तिवारी पुलिस को गुमराह करता रहा। लेकिन जैसे ही पुलिस ने सख्ती से पूछताछ करनी शुरू की तो आरोपी पिता ने कबूल कर लिया कि उसी ने अपने बेटे-बहू की गला रेतकर हत्या की है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."