जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़। मेंहनगर तहसील क्षेत्र के शेखुपुर गाँव निवाशी आदर्श पाण्डेय पुत्र स्व0 शारदा प्रशाद पाण्डेय द्वारा स्थानीय तहसील में सन 1997 में उप जिलाधिकारी महोदय के समक्ष इस आशय का वाद प्रस्तुत किया कि गाँव के ही शरण शंकर पांडेय उर्फ बेचन पाण्डेय अपने पुत्रों और साथियों के साथ मिलकर कब्जा किया था जो कि दबंग व मनबढ़ किस्म के लोग हैं। हमारी जमीन की मेढ़ को तोड़ते हुए अपने खेत मे मिला लिया। लंबे अर्से बाद न्याय 2003 में मिल गई। जबकि विपक्ष ने मुकदमे में उलझाया रखा और जीत सत्य की हुयी । हिंदी की एक कहावत है सत्य परेशान हो सकता है किंतु पराजित नहीं यहाँ भी जीत सत्य की हुई।
उप जिलाधिकारी महोदय ने कब्जे की प्रक्रिया में तहसील प्रशासन द्वारा पीड़ित को दिनांक 10/05/2022 को खेत की पैमाइस कराते हुए कब्जा दखल दिलाया गया। तहसील प्रशासन की टीम के लौटने के बाद दबंगो ने पीड़ित के खेत की मेढ़ को तोड़ते हुए अपने कब्जे में ले लिया। जिसकी सूचना पीड़ित ने 17/05/2022 को उपजिलाधिकारी मेंहनगर को दिया। उपजिलाधिकारी ने त्वरित कार्यवाही करते हुए मौके पर संबंधिक लेखपाल व राजश्व निरीक्षण को भेजकर त्वरित कार्यवाही करते हुई पैमाईश कराके पुनः कब्जा दिलाया व कटीले टार से घेरवाया।
भूस्वामी अपने परिवार की सुरक्षा की भी गुहार लगाये तुरंत उप जिलाधिकारी ने थानाध्याक्ष मेहनगर को दोषियों पर कार्यवाही करने का भी आदेश दिया। उपजिलाधिकारी द्वारा कराए गये इस कार्य की चर्चा छेत्र में जोरो पर है।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."