दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
गोंडा। डीएम डॉक्टर उज्ज्वल कुमार ने संवेदनशीलता, संजीदगी और दरियादिली की मिशाल पेश की।
सोमवार नगर क्षेत्र से कलेक्ट्रेट वापस जाते समय डीएम को राजा मोहल्ला निवासी विश्वास श्रीवास्तव नामक युवा अपनी मां के साथ उनके पास फरियाद लेकर जाता हुआ दिखा। डीएम ने तुरंत अपनी गाड़ी रुकवाई और उतरकर उसकी मां से मिले तो उसकी मां बिलख बिलख कर रोने लगी और डीएम से बताया कि उसका बेटा योग्य है और बीटेक की पढ़ाई करके बेंगलुरु में नौकरी कर रहा था। सड़क दुर्घटना में वह कोमा में चला गया और लगभग 6 माह तक कोमा में रहा, जिसके कारण उसकी नौकरी छूट गई है तथा उसका बेटा अभी भी पूर्ण रूप से स्वस्थ नहीं है। रोजगार छिन जाने से उसका बेटा बहुत परेशान रहता है तथा उसका इलाज भी नही हो पा रहा है।
विश्वास की मां की सारी बातें सुनकर डीएम ने उसके शैक्षिक अभिलेख चेक किए तथा वहीं से सीएमओ को फोन कर विश्वास का इलाज तत्काल शुरू कराने के आदेश दिए और अपने ओएसडी को निर्देशित किया कि उसकी शैक्षिक योग्यता के अनुसार उसे कहीं रोजगार दिलाने का प्रयास करें। डीएम के आश्वासन पर विश्वास की मां को ढांढस बंधा और उसने जिलाधिकारी की संवेदनशीलता पर धन्यवाद व्यक्त किया।
Author: samachar
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