नौशाद अली की रिपोर्ट
मेरठ, एक जवान को दुष्कर्म के मामले में क्लीनचिट देने के नाम पर महिला थाने में हुई सौदेबाजी में महिला थाना प्रभारी और महिला दारोगा पर कार्रवाई तय है। एसपी देहात की जांच में दोनों को दोषी पाया गया है। सौदेबाजी की आडियो से एक और शर्मनाक पर्दाफाश हुआ है। पीड़ित पक्ष से ली गई रकम में से 15 हजार थाना प्रभारी, नौ हजार रुपये दारोगा में बांटने की बात कही जा रही है।
महिला थाना प्रभारी मोनिका जिंदल और दारोगा रितु काजला तथा होमगार्ड मिंटू की आमने-सामने करीब 22 मिनट तक बातचीत हुई। होमगार्ड मिंटू ने इस बातचीत को अपने मोबाइल फोन से रिकार्ड कर लिया। इसमें सेना के जवान का नाम दुष्कर्म के मुकदमे से निकालने के लिए एक लाख की रकम मांगी जा रही है। होमगार्ड 50 हजार देने की बात कह रहा है। होमगार्ड बता रहा है कि तीन किस्तों में दारोगा को 34 हजार की रकम दे चुका है। इस पर महिला दारोगा होमगार्ड को 34 हजार की रकम का हिसाब देती है।
एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि आडियो और वीडियो रिकार्डिंग के आधार पर थाना प्रभारी मोनिका जिंदल और दारोगा रितु काजला को दोषी पाया गया है। दोनों ने पीड़ित से सीओ के नाम पर भी रकम वसूली है। हालांकि सीओ का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।
बता दें कि पीड़ित पक्ष ने महिला थाने में सौदेबाजी की आडियो एसएसपी को सौंपी थी, जिस पर एसपी देहात को जांच दी गई थी। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि एसपी देहात की जांच रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
Author: samachar
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