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November 2, 2024 12:47 pm

ढाई साल की मासूम बच्ची को इस दरिंदगी से मार डाला कि पुलिस भी सुनकर सकते में आ गई

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हरजिंदर सिंह की रिपोर्ट

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में ढाई साल की मासूम का मर्डर कर कुएं में फेंकने वाला आरोपी रमेश धाकड़ को लेकर कई अब कई बड़े खुलासे हो रहे हैं। रमेश धाकड़ तीन बच्चों का बाप है। जिस उम्र की बच्ची के साथ उसने रेप की कोशिश की और उसका मर्डर किया उसी उम्र की उसकी आखिरी बेटी भी है। बताया जा रहा है कि जब रमेश धाकड़ पकड़ा गया था तब उसने खुद को बचाने के लिए झूठी कहानी गढ़ी लेकिन वो इसी कहानी में फंस गया। 

महिला अपराध एवं अनुसंधान सेल की एडिशनल एसपी शाहना खानम ने बताया कि आरोपी एक तरह का साइको लग रहा है। पूछताछ में यह सामने नहीं आया है कि वो ज्यादा पोर्न मूवी देखता था या उसकी कोई गलत संगत थी। वो कुछ बातें अपने मन से गढ़ रहा है। न्यायालय से रिमांड पर लेकर और गहन पूछताछ की जाएगी। 

पुलिस अफसर ने बताया कि आरोपी की उम्र 32 साल है और वो शादीशुदा है। उसके तीन बच्चे भी हैं। बड़ा बेटा 5 साल का है जो पिछले साल से स्कूल जाने लगा है। एक बेटा आठ महीने का है और ढाई साल की एक बच्ची है। यहां आपको बता दें कि आरोपी गुरुवार को एक शादी में बारातियों के साथ भीलवाड़ा से बस्सी के लक्ष्मीपुरा गांव में आया था। वहां वो एक बच्ची को खेत में कुएं की तरफ लेकर गया और वहां उसके साथ और अनैतिक चीजें करने की कोशिश की। उसके बाद बच्ची का गला दबाकर उसे कुएं में फेंक दिया। 

गांव वालों के पुछने पर गढ़ी यह कहानी

आरोपी ने गांव वालों को बताया कि वह बच्ची को कुएं की तरफ लेकर गया था। कुएं पर गेट लगा होने के कारण वो गेट के नीचे से निकला और बच्ची को भी गेट के नीचे से ही निकाला। आरोपी ने बताया कि उसने कुएं के पास बच्ची को बैठा दिया और फ्रेश होने चला गया। जब एक धमाके की आवाज आई तो उसे लगा की बच्ची कुएं में गिर गई। वह घबरा कर वहां से निकल आया।

यह कहानी सुनकर गांव वालों को यह तो पक्का यकीन हो गया था कि बच्ची कुएं के अंदर है। इससे पहले जब लापता बच्ची को लोग तलाश रहे थे तो आरोपी ने कहा था कि उसने बच्ची को साइकिल पर किसी के साथ कुएं की तरफ जाते हुए देखा है। इसके बाद वो भीलवाड़ा अपने घर चला गया।

बच्ची का मर्डर करने के बाद वो सो नहीं सका

गांव वालों को इस बात पर शक हुआ कि वो पहली बार गांव आया था तो उसे कुएं के बारे में जानकारी कैसे मिली। रात 11 बजे तक भी जब बच्ची नहीं मिली तो लोगों ने इस बात पर ध्यान दिया। संदेह होने पर लोग भीलवाड़ा में उसके घर गए। रात एक बजे उसका परिवार सो रहा था और वो टलह रहा था। लोग उसे बस्सी लेकर आए और पूछताछ की।

बच्ची के शव की बंद मुटि्ठयों से पता चला उसे मारा गया

एनडीआरएफ की टीम ने जब कुएं से बच्ची का शव निकाला तो उसके दोनों हाथों की मुटि्ठयां बंद थीं। इससे पुलिस को शक हो गया कि बच्ची कुएं में नहीं गिरी है बल्कि उसे मारकर फेंका गया है। गांव वालों ने आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी ने पुलिस के सामने जुर्म भी स्वीकार किया। आरोपी बजरी व्यवसाय से जुड़ा है। पिछले दिनों नुकसान होने पर उसने अपनी जेसीबी समेत अन्य गाड़ियां बेच दी थी।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."