दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
आजकल खास कर के यूपी में अपनी बात रखने के लिए लोग खूनी चिट्ठियां लिख रहे हैं। 2 दिन पहले पीलीभीत के छात्र नेता आरिश खान ने आजम खां की मदद के लिए अखिलेश यादव को खून से लिखा खत भेजा था। इस खत की शुरुआत में उन्होंने लिखा था, “मोहब्बत भी आपसे, शिकायत भी आपसे।”
“वक्त की तकदीर स्याही से लिखी जाती नहीं,
खून में कलम डुबोने का समय आ गया है।”
हमें ऐसे 5 खत मिले हैं, जिनमें लोगों को अपनी बात मनवाने के लिए खून का सहारा लेना पड़ा।
मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए खून से लिख डाले 2 पन्ने
पांडेय ने खत में पीएम से मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर हटाने पर कानून बनाने की मांग की थी। लेकिन जब वे इस चिट्ठी को डीएम कार्यालय में जमा करने जा रहे थे तब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। हिरासत में लिए गए रोशन पांडेय पर प्रशासन ने कानून से खिलवाड़ और धार्मिक भेदभाव करने का आरोप लगाया।
सेना में अहीर रेजिमेंट बनाने के लिए राष्ट्रपति को भेजा इमोशनल लेटर
प्रतापगढ़ के सोनू यादव ने सेना में नई रेजिमेंट बनाने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को खूनी चिट्ठी लिखी। सोनू छात्र चिकित्सा संघ का जिलाध्यक्ष है। सेना में अहीर रेजिमेंट बनाई जाए, इसके लिए सोनू ने 2 मार्च को राष्ट्रपति के नाम एक चिट्ठी लिखी। इसके लिए सोनू ने एक क्लीनिक में पहुंचकर सिरिंज से अपना खून निकलवाया। इसके बाद लकड़ी के पेन से राष्ट्रपति को खत लिखना शुरू किया।
सोनू ने चिट्ठी में लिखा, “सेना में यादव वर्ग के जवानों ने हमेशा जान पर खेल कर अपनी शहादत दी, लेकिन भारत सरकार ने यादव रेजिमेंट ना बनाकर इन वीर जवानों का अपमान किया है।” सोनू ने इस चिट्ठी को 3 मार्च के दिन राष्ट्रपति के नाम पोस्ट कर दिया।
BHU में लॉटरी सिस्टम से एडमिशन बंद करने के लिए 24 छात्रों ने बहाया खून
तीसरी चिट्ठी काशी हिंदू विश्वविद्यालय यानी BHU से है। मुद्दा था संचालित सेंट्रल हिंदू गर्ल्स स्कूल और बॉयज स्कूल में लॉटरी सिस्टम से एडमिशन को खत्म करना। अपनी मांग को लेकर 26 अप्रैल को करीब 30 छात्र धरने पर बैठ गए। BHU प्रशासन के सामने धरने पर बैठे 24 छात्र अपने खून से चिट्ठियां लिखने लगते हैं।
राष्ट्रपति कोविंद के नाम पर लिखी गईं खूनी चिट्ठियों में लॉटरी सिस्टम से एडमिशन में हो रही गड़बड़ियों का मुद्दा उठाया गया।
FCI भर्ती में हुए घोटाले पर पीएम को खत लिखने के लिए हाथ काट लिया
भारतीय खाद्य निगम यानी FCI में साल 2011 में 222 लोगों की भर्ती हुई। इस पर FCI के मजदूर यूनियन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष ज्ञान प्रसाद साहू ने घोटाले का आरोप लगाया। 17 अप्रैल 2022 को ज्ञान ने पीएम मोदी से इस मुद्दे पर एक्शन लेने की मांग करते हुए खून से सनी चिट्ठी लिखी।
चिट्ठी में साहू ने लिखा कि साल 2011 में कांग्रेस सरकार में अधिकारियों की मिलीभगत से FCI गोंडा में 222 लोगों की फर्जी भर्ती हुई। इससे पात्र लोगों के साथ धोखा हुआ है। पीएम मोदी इस मामले पर जल्द से जल्द कार्रवाई करें।
अखिलेश के लिए खून से लिखा ‘मोहब्बत भी आपसे, शिकायत भी आपसे’
जेल में बंद आजम खां की मदद के लिए पीलीभीत के आरिश खान ने अखिलेश यादव को खून से लिखी चिट्ठी भेजी। आरिश समाजवादी छात्र सभा का जिला उपाध्यक्ष हैं। चिट्ठी का टाइटल था, “मोहब्बत भी आपसे शिकायत भी आपसे”।
आरिश ने आगे लिखा, “हमारे नेता जनाब आजम खां साहब पर 25 महीने से उत्पीड़न किया जा रहा है। कोई कठोर कदम नहीं उठाया गया। नेता प्रतिपक्ष रहते हुए भी अभी तक आपने कोई बड़ा आंदोलन नहीं किया।” सीतापुर जेल में बंद आजम खां ने 24 अप्रैल को उनसे मिलने आए सपा नेताओं को मिलने से इनकार कर दिया था।
बलिया में प्रश्न पत्र लीक मामले में गिरफ्तार पत्रकारों की रिहाई के लिए
अपने शरीर के खून से लिखा PM मोदी को पत्र। गूंगी बहरी जिला प्रशासन को जगाने के लिए लिखा खूनी पत्रक।
खून से पत्रक लिख कहा मोदी जी चौथे स्तंभ को बचाए। बलिया DM, SP को निलंबित करें। साथ ही पत्रक के माध्यम से पत्रकारो की रिहाई की मांग।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."