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November 22, 2024 2:48 pm

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132 साल पुराना झाँसी रेलवे स्टेशन 36 घण्टों में इतिहास बन गया, पढ़िए पूरी खबर

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट

झाँसी : शनिवार को रेलमन्त्री अश्विनी वैष्णव ने जैसे ही वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन के नाम में झाँसी शब्द जोड़े जाने का एलान किया, झाँसीवासी गदगद हो उठे। रेलमन्त्री ने शनिवार को झाँसी आने से पहले ही सांसद अनुराग शर्मा को यह स्पष्ट कर दिया था कि गृह मन्त्रालय और उनके आदेश के बाद रेलवे बोर्ड ने भी झाँसी का नाम स्टेशन से जोड़ने की कवायद शुरू कर दी है। जल्द ही स्टेशन का नाम ‘वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी’ कर दिया जाएगा।

बीते साल 24 नवम्बर को केन्द्रीय गृह मन्त्रालय ने पत्र जारी करते हुए राज्य सरकार को झाँसी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन करने की मंजूरी दे दी थी। इसके बाद 29 दिसम्बर को राज्य ने अधिसूचना जारी करते हुए स्टेशन का नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन कर दिया था। यह सब इतनी ते़जी से हुआ कि 132 साल पुराना झाँसी रेलवे स्टेशन 36 घण्टों में इतिहास बन गया। वहीं, 48 घण्टे में रेलवे ने स्टेशन का कोड ‘जेएचएस’ से बदलकर ‘वीजीएलबी’ कर दिया। परिर्वतन का यह सन्देश आम लोग स्वीकार नहीं कर पाए और उन्होंने वीरांगना लक्ष्मीबाई के साथ झाँसी को भी जोड़े जाने की माँग उठानी शुरू कर दी। सांसद अनुराग शर्मा ने भी जन भावनाओं को देखते हुए रेलमन्त्री को अवगत कराया कि उन्होंने स्टेशन का नाम ‘वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी’ करने का प्रस्ताव दिया था, लिपिकीय गलती के चलते ‘झाँसी’ शब्द हट गया है। हालाँकि तब उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाया था कि यह भूल सुधार कर रेलवे स्टेशन का नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी ही किया जाएगा। अब जब रेलमन्त्री और गृह मन्त्रालय ने नाम में सुधार के आदेश दे दिए हैं तो विभागीय स्तर पर भी इस कार्यवाही को शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि जल्दी ही स्टेशन का नाम परिवर्तित कर दिया जाएगा।

ऐसे होगी पूरी प्रक्रिया

स्टेशन के नाम में झाँसी जोड़ने के लिए सबसे पहले केन्द्रीय गृह मन्त्रालय प्रस्ताव पास करेगा और उस पर आपत्ति माँगेगा। इसके बाद उसे पारित कर राज्य को भेजा जाएगा। यहाँ राज्य उस प्रस्ताव के हवाले से फिर अधिसूचना जारी करते हुए रेलवे को पत्र भेजेगा। रेलवे का वाणिज्य विभाग अन्त में स्टेशन का नाम और कोड बदलने की प्रक्रिया पूरी कर सभी सम्बन्धित दस्तावे़ज में सुधार कराएगा।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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