संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- किसानों को सुविधाये उपलब्ध कराने के नाम पर जहां सरकार बडे बडे दावे करती नजर आ रही है वहीं दूसरी ओर सिंचाई प्रखण्ड प्रथम के जिम्मेदार अधिकारियों की मनमानी के चलते किसानों को पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है l बारिश का जो पानी थोडा बहुत बचता है उसे भी दबंगो द्वारा बरबाद कर दिया गया है या तो पानी बह जाता है जिसके चलते जानवरो के ऊपर पेयजल संकट मडराने लगा है l
सिंचाई प्रखण्ड प्रथम कर्वी द्वारा सही समय पर देख रेख व रख रखाव सही ढंग से न होने के कारण आज बांधों व नहरों की हालत देखते ही बनती है जहां पर इनकी मनमानी के चलते बिना कार्य कराए ही सरकारी धन का बंदरबाट किया जा रहा है व जो भी थोड़ा बहुत कार्य भी कराए जाते हैं उनमें भी सरकारी धन का बंदरबाट किया जा रहा है l
बुन्देलखण्ड के सबसे पिछड़े पाठा क्षेत्र मे पेयजल व सिंचाई हेतु पानी का भारी संकट हो जाता है जिसके कारण पानी के लिए त्राहि त्राहि मच जाती है l
सिंचाई हेतु पानी देने के नाम पर सरकार द्वारा बड़ी मात्रा में धनराशि स्वीकृत की जाती है लेकिन वह धनराशि ज्यादातर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है l
बांधो व नहरों में पिछले कई वर्षो से कोई कार्य नही कराया गया है जिसके कारण बांधों व नहरों की दयनीय स्थिति है बांधो व नहरों के रखरखाव के लिए आये सरकारी पैसे का जमकर बन्दरबाट किया जाता है l
सिंचाई प्रखण्ड प्रथम के कर्मचारी यहाँ पर जो कार्य कर रहे हैं वह भी नहीं दिखाई देते हैं l
बाँधों व नहरों के रखरखाव व व्यवस्था के लिए तैनात सहायक अभियंता व अवर अभियंता तो कभी साइड पर जाते ही नहीं है और अधिशाषी अभियंता तो दूर की बात है l
बांधो से निकलने वाले माइनर आज अपनी बदहाली का रोना रो रहे हैं l
*बांध की जमीन पर अवैध कब्जा, जिम्मेदार अधिकारी बेखबर*
ओहन बांध के अंतर्गत आने वाली जमीन पर दबंगो ने अवैध कब्जा जमाया हुआ है जो मनमाने तरीके से खेती कर रहे हैं और बांध के पानी को नष्ट कर रहे हैं l आराजी पट्टा के नाम पर कुछ ही ग्रामीणो को पट्टे का लाभ मिल पा रहा है लेकिन विभागीय अधिकारियो द्वारा मनमाने तरीके से वसूली की जा रही है और मनमाने तरीके से पट्टो का आवंटन किया जाता है l
पंच वर्षीय पट्टे के दौरान खूब मनमानी करते नजर आ रहे हैं l
*बांध पर बने तालाब का मिटाया नामोनिशान*
*जानवरो को हुआ पेयजल का भीषण संकट*
ओहन बांध के अंदर बने तालाब से जंगली जानवरो व घरेलू जानवरो को पेयजल हेतु पानी मिलता था जो पूरे बारह माह भरा रहता था लेकिन भू माफ़ियाओ की मनमानी व विभागीय अधिकारियो की मिली भगत से तालाब को नष्ट कर दिया गया है l
सिन्चाई प्रखण्ड प्रथम का फर्जीवाड़ा
करोडो रुपये खर्च लेकिन नहीं कराया गया कार्य,कार्यो के नाम पर हुई लीपापोती।
अधिशासी अभियन्ता, सहायक अभियंताओं व अवर अभियंताओं और ठेकेदारो की मिलीभगत से हुआ था सरकारी पैसे का जमकर बन्दरबाट।
बांधो व टैंकों सहित नहरों के रखरखाव व मरम्मती करण व सिल्ट सफाई के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा।
बांधो, टैंकों व नहरों के रखरखाव व मरम्मती करण व सिल्ट सफाई के नाम पर जमकर फर्जीवाड़ा किया गया है जिसमें जिम्मेदार अधिकारियो की लापरवाही के चलते सरकारी पैसे का जमकर बन्दरबाट किया गया था और कमीशन बाजी के कारण बिना काम कराये भुगतान किया गया है ।
सिन्चाई प्रखण्ड प्रथम के अंतर्गत आने वाले बाँधो व टैंकों व नहरों पर लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही और ठेकेदारो की मिलीभगत से बाँधो व टैंकों व नहरों मे कार्य के नाम पर सिर्फ़ लीपापोती की गयी थी । थोडा बहुत काम कराकर भुगतान कर दिया गया है l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."