राजा कुमार साह की रिपोर्ट
बेतिया: बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बगहा में नाबालिग से यौन शोषण का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि रिश्ते के दादा ने पड़ोस की नाबालिग से दुष्कर्म किया और इस मामले को दबाने के लिए पीड़ित के परिजनों पर दबाव डाल कर पंचायत करवाई। हैरान करने वाली बात यह है कि पंचायत ने नाबालिग की आबरू की कीमत दो लाख रुपये लगाई और मामले को दबा दिया गया। मामला जिले के भैरोगंज थाना क्षेत्र का है। मामले का खुलासा होने के बाद एसपी किरण कुमार गोरख ने तत्काल कार्रवाई करते हुए भैरोगंज के थानाध्यक्ष उमाशंकर माझी को निलंबित कर दिया है।
चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी ने पंचों के सामने एक पंचनामा तैयार किया है, जिसमें उसने स्वयं लड़की के साथ दुष्कर्म की बात कबूल की है। बता दें कि 60 वर्षीय आरोपी ने पंचों के समक्ष अपनी गलतियों को स्वीकार किया है। जुर्माना के तौर पर दो लाख रुपये देने की बात भी कबूली है। घटना लगभग छह महीने पुरानी बताई जा रही है।
रेप के बाद नाबालिग गर्भवती: पीड़िता का कहना है कि रिश्ते के दादा ने उसके परिजनों को खबर भिजवाई कि उसके घर पर कोई नहीं है। खाना बनाने के लिए उसके पिता की स्वीकृति लेकर बुलाया। उसके बाद पैर में मालिश करने को कहा और जबरदस्ती उसके साथ संबंध स्थापित कर लिया। बाद में पता चला कि वह गर्भवती हो गई. जिसे कुछ ही दिनों बाद लड़की के परिजनों ने गर्भपात करा दिया। हालांकि मामला लोगों तक न पहुंचे, इस डर से लड़की के परिजन चुप रहे।
परिजनों का कहना है कि इस घटना के कुछ दिन बाद आरोपी ने लड़की को डरा-धमकाकर फिर से संबंध स्थापित किया। मना करने पर डराने-धमकाने लगा तो लड़की ने अपने परिजनों से आपबीती सुनाई। जिसके बाद परिजन आवेदन लेकर थाना पहुंचे। जैसे ही इस बात की सूचना गांव के लोगों को मिली, ग्रामीणों ने पंचायत बैठा दिया और इस पंचायत में पंचों ने तालिबानी फैसला सुनाते हुए इस मामले को दो लाख रुपये में रफा-दफा कर दिया। इसके बाद पीड़िता के परिजनों ने महिला थाना से आवेदन वापस ले लिया गया।
Author: samachar
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