चुन्नीलाल प्रधान के साथ नौशाद अली की रिपोर्ट
अप्रैल की तपिश आफत बरपा रही है। हर दिन तापमान नई ऊंचाई पर जा रहा है। मई-जून जैसी गर्मी को भी पीछे छोड़ दिया है। कानपुर के एयरफोर्स वेदर स्टेशन पर आज का अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री (45 के निकट) रिकॉर्ड किया गया। इसी तरह चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय (सीएसए) सेंटर पर 41.5 डिग्री रहा। शहर आगरा के बाद प्रदेश में सबसे गर्म रहा। दोपहर में सड़कों पर निकले लोग मानो झुलस रहे हों। बाइक पर चलना परेशानी का सबब बन गया।
कहर बरपाती गर्मी ने जनजीवन बेहाल कर दिया है। हीट स्ट्रोक और डायरिया के मरीजों की फिर शुरुआत हो गई है। कानपुर में तीन लोग हीट स्ट्रोक के चलते अचेत हो गए। आनन-फानन में उन्हें हैलट इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। इसके अलावा, डायरिया की चपेट में आए सात लोगों को इमरजेंसी तो दो बच्चों को हैलट के बाल रोग अस्पताल में भर्ती कराया गया। हैलट इमरजेंसी में सभी को मेडिसिन वार्ड में शिफ्ट किया गया। ब्लड प्रेशर 60 से नीचे और बेहोशी के कारण तीनों को जीवनरक्षक इंजेक्शन भी लगाना पड़ा।
डॉ. एसके गौतम के मुताबिक तल्ख गर्मी के कारण लोगों की हालत बिगड़ रही है। डॉक्टरों के मुताबिक कड़ी से धूप से बचने की जरूरत है। उधर, गर्मी के कारण डिहाइड्रेशन की भी दिक्कत बढ़ गई है। सुबह आठ से दोपहर तीन बजे के बीच डायरिया के शिकार सात मरीजों को इमरजेंसी के मेडिसिन वार्ड में भर्ती कराया गया है। मेडिसिन विभाग की हेड प्रो. रिचा गिरि के मुताबिक एसआर की टीमें रोटेशन में इलाज कर रही हैं। लोगों को संभलकर खाना-पीना होगा। बाहर की चीजों से परहेज हर हालत में करें।
Author: samachar
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