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5 February 2025 6:28 pm

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अपराधियों के लिए “काल” और नेक इंसान, बच्चों के लिए “मिसाल” बन रहे हैं ये पुलिस अधिकारी

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जावेद अंसारी की रिपोर्ट

लखनऊ: राजधानी में पुलिस कमिश्नरेट में तैनात एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा एक ऐसे अधिकारी हैं, जो अपराधियों के लिए काल तो नेक इंसानों और बच्चों के लिए इन दिनों मिसाल बने हुए हैं।

चिरंजीव लखनऊ में फैले फेक करेंसी का धंधा करने वाले गिरोह को पूरी तरह से खत्म करने के मिशन में लगे हैं। लेकिन अपने अतिव्यस्त शेड्यूल से कुछ समय निकालकर वो उन बच्चों के साथ भी वक्त बिताते हैं, जो आगे बड़े होकर कुछ कर दिखाना चाहते हैं। लेकिन आर्थिक समस्या उनके बीच में आ रही है।

दरअसल, पश्चिमी जोन में तैनात चिरंजीव नाथ सिन्हा ने स्कूल चलो अभियान के तहत बेसिक प्राथमिक विद्यालय अमीनाबाद को गोद लिया है और वो हर दूसरे दिन यहां आकर बच्चों को पढ़ाने के साथ ही उन्हें किताबें व अन्य जरूरी सामाग्रियां मुहैया कराते हैं। वैसे तो एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा अपराधियों के लिए किसी काल से कम नहीं है। 

बात चाहे एमसी सक्सेना मेडिकल कॉलेज में मजदूरों को बंधक बनाने की घटना हो या फिर सलीम-सोहराब की फेक करेंसी का धंधा।

हर केस में चिरंजीव ने अपराधियों के दांत खट्टे किए हैं। लेकिन उनकी एक दूसरी भी पहचान है और वो है चिड़ियाघर में जानवरों को गोद लेकर उनकी देखभाल करने के साथ ही स्कूल को गोद लेकर आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की पढ़ाई में मदद करना।

वर्तमान में उन्होंने अमीनाबाद के बेसिक प्राथमिक विद्यालय को गोद लिया है। इसके लिए वो सप्ताह में 3 बार स्कूल भी जाते हैं और बच्चों को पढ़ाते भी हैं।

यही नहीं उन्हें किताबों से लेकर अन्य शिक्षा सामाग्रियां भी मुहैया कराते हैं। एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा बताते हैं कि एक पढ़ा-लिखा राष्ट्र ही सर्वांगीण विकास कर सकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘स्कूल चलो अभियान’ के तहत सभी अधिकारियों से एक स्कूल को गोद लेने का आह्वान किया था। जिसके चलते उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी से बातचीत की और उसके बाद बेसिक प्राथमिक विद्यालय अमीनाबाद नगर क्षेत्र-3 को गोद लिया।

उन्होंने बताया कि स्कूल को गोद लेने के बाद सबसे पहले वहां जाकर बच्चों को अपना परिचय दिया और उनसे उनका परिचय लिया। यही नहीं उन्हें नियमित पढ़ाने भी शुरू किया।

अधिकारी ने बताया कि स्कूल में आने वाले बच्चों की संख्या को बढ़ाने और पढ़ाई का स्तर बेहतर करना सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इसके लिए सभी शिक्षकों को पढ़ाई का माहौल देकर उनकी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करना होगा।

उनका मानना है कि स्कूल में मूलभूत सुविधा के तौर पर स्वच्छ वातावरण,पानी व बिजली की व्यवस्था करना महत्वपूर्ण है। आगे उन्होंने कहा कि वो जिस स्कूल को गोद लिए हैं, वहां थोड़ी बहुत खामियां हैं। वो हर दूसरे दिन स्कूल जाते और शिक्षकों व छात्रों से उनकी समस्याएं पहुंचकर उसके समाधान की दिशा में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि आगे बच्चों के स्वास्थ्य के लिए स्कूल में चिकित्सा कैंप भी लगाए जाएंगे। स्कूल में बच्चों को आधुनिक तरीके से शिक्षित करने के लिए ऑडियो व विजुअल एजुकेशन पर फोकस किया जाएगा।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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