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19 January 2025 12:05 pm

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कप्तान की एक बॉल पर पाकिस्तानी विपक्ष बोल्ड, महज पांच मिनट की कार्यवाही और विपक्ष ढेर

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कुर्बान अली की रिपोर्ट

इस्लामाबाद। प्रधानमंत्री इमरान खान के आखिरी गेंद में डाले गए यॉर्कर से पाकिस्तान का पूरा विपक्ष क्लीन बोल्ड हो गया। रविवार की पाकिस्तानी संसद की कार्यवाही पर देश-दुनिया की निगाहें टिकी हुई थीं। संसद में इमरान खान की सरकार के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होना था, लेकिन कार्यवाही शुरू होने के महज पांच मिनट में ही वह हुआ, जिसका अंदाजा बहुत कम लोगों ने ही लगाया होगा।

सदन के डिप्टी स्पीकर कासिम खान सुरी ने संविधान के अनुच्छेद 5 का हवाला देते हुए अविश्वास प्रस्ताव को ही खारिज कर दिया। इस तरह इमरान खान के खिलाफ विपक्ष का ‘ब्रह्मास्त्र धरा रह गया और इमरान ने तंज कसते हुए कहा कि अचकनें सिलवाई गई थीं, वे धरी रह गईं। बता दें कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने विपक्ष को बेहाल करने के लिए शानदार स्क्रिप्ट लिखी थी।

संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली की कार्यवाही दोपहर 12 बजे शुरू होने थी, लेकिन इसमें थोड़ी देर हो गई। कार्यवाही शुरू हुई तो कानून मंत्री फवाद चौधरी ने मोर्चा संभाल लिया।

उन्होंने अपने चार मिनट के भाषण में दावा किया कि इमरान खान की सरकार को गिराने के पीछे विदेशी ताकत है जो पाकिस्तान की संप्रुभता को चुनौती दे रही है। उन्होंने डिप्टी स्पीकर से यह तय करने को कहा कि क्या विपक्ष द्वारा पेश अविश्वास प्रस्ताव है भी या नहीं?

कानून मंत्री ने पाकिस्तान के संविधान के आर्टिकल 5(1) का हवाला दिया। इस पर डिप्टी स्पीकर ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि इमरान खान की सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव संविधान संगत नहीं है, इसलिए उसे खारिज किया जाता है।

उन्होंने कहा कि किसी विदेशी ताकत को चुनी हुई सरकार को हटाने या साजिश करने का अधिकार नहीं हो सकता है। डिप्टी स्पीकर ने कहा कि कानून मंत्री फवाद चौधरी के उठाए मुद्दे बिलकुल सही हैं।

विपक्ष को समझ नहीं आ रहा उनके साथ क्या हुआ

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि विपक्ष को समझ नहीं आ रहा है कि उनके साथ क्या हुआ है। उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि मैंने आपको कल ही बताया था कि घबराना नहीं है। अगर मैंने इस आश्चर्य के बारे में खुलासा किया होता, तो वे आज इतने परेशान नहीं होते।

पाक पीएम इमरान खान ने पाकिस्तान की नेशनल असेंबली को भंग करने के बाद अपने संबोधन के दौरान विदेशी साजिश के दावे को आज फिर दोहराया।

कानून मंत्री फवाद चौधरी ने फेंका पासा

फवाद चौधरी ने पाकिस्तानी समय के अनुसार 12 बजकर 18 मिनट पर बयान देना शुरू किया। उन्होंने कहा कि स्पीकर महोदय, अविश्वास प्रस्ताव आर्टिकल 95 के तहत पेश किया जाता है। यह लोकतांत्रिक अधिकार है, जिसका सम्मान किया जाना चाहिए, लेकिन हमारे संविधान में एक और आर्टिकल 5(1) है जो कहता है कि हर नागरिक का मौलिक कत्र्तव्य है कि वह राज्य के प्रति वफादार रहे। यहां क्या होता है कि सात मार्च को हमारे एक राजनयिक एक आधिकारिक बैठक में शामिल होते हैं। इसमें दूसरे देश के अधिकारी भी बैठते हैं। इस मीटिंग की तारीख क्या है- सात मार्च। इस मीटिंग में हमारे राजनयिक को बताया जाता है कि इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जा रहा है। सात मार्च तक किसी को पता नहीं कि अविश्वास प्रस्ताव आने वाला है। आठ मार्च को प्रस्ताव आ जाता है। मंत्री के यह कहते ही सत्तापक्ष के सांसद मेजें पीट-पीटकर शेम-शेम कहने लगते हैं।

सदन में गूंजे शेम-शेम के नारे

इसी शोरगुल के बीच फवाद फिर शुरू होते हैं, हमारे राजनयिक को बताया जाता है कि पाकिस्तान से हमारे रिश्ते का भविष्य इस अविश्वास प्रस्ताव की कामयाबी पर निर्भर है। और अगर यह प्रस्ताव पास हो जाता है तो आपको (पाकिस्तान को) माफी मिल जाएगी, लेकिन अगर यह प्रस्ताव गिर गया तो आपका अगला रास्ता बहुत सख्त होगा।

फवाद जब यह बोल रहे थे, तब दोबारा सत्ता पक्ष की तरफ से शेम-शेम के नारे लग रहे थे। फिर फवाद ने दावा किया कि इमरान खान की सरकार को गिराने का विदेश से साजिश हुई है। उन्होंने कहा कि ये एक विदेशी सरकार द्वारा पाकिस्तान में सरकार बदलने का यह एक साजिश है। फवाद के इतना कहते ही सत्ता पक्ष के सांसदों के नारों से पूरा सदन गूंज उठा- अमरीका का जो यार है- गद्दार है, गद्दार है। फिर मंत्री ने बोलना शुरू किया, स्पीकर महोदय, इसके साथ ही हमारे कुछ विरोधियों का और हमारे ही 22 लोगों की जमीर जाग जाती है और मामला यहां तक आ पहुंचते हैं। यह फैसला अविश्वास प्रस्ताव का नहीं है, आर्टिक 5 का है।

इमरान खान के मंत्री ने सदन में पूछे तीखे सवाल

फिर उन्होंने आसन से कुछ सवाल किए। फवाद चौधरी ने कहा कि क्या 22 करोड़ जनता का यह देश इतना कमजोर है कि बाहर में बैठी ताकतें यहां हुकूमतें बदल दें। मेरी आपसे आग्रह है कि हमें यह बताया जाए कि क्या विदेशी ताकत की दखल से पाकिस्तान में हुकूमत बदली जा सकती है? क्या यह संवैधानिक अनुच्छेद 5 का उल्लंघन है या नहीं? क्या पाकिस्तान की जनता कठपुतलियां हैं? क्या हम पाकिस्तानियों की कोई हैसियत नहीं है? क्या हम गुलाम है? क्या विपक्ष के नेता के बकौल हम भिखारी हैं, फकीर हैं? उन्होंने कहा कि अगर हम गैरतमंद कौम हैं तो यह तमाशा नहीं चल सकता। आखिर में फवाद चौधरी ने डिप्टी स्पीकर से कहा कि वो संविधान के अनुच्छेद 5 के आईने में अविश्वास प्रस्ताव को परखें और बताएं कि क्या यह प्रस्ताव संवैधानिक है?

और डिप्टी स्पीकर ने पढ़ दी पहले से तैयार स्क्रिप्ट

12 बजकर 22 मिनट पर फवाद चौधरी का भाषण खत्म होते ही डिप्टी स्पीकर कासिम खान सुरी ने पहले से तैयार नोट पढऩा शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आठ मार्च, 2022 को पेश किया था। अविश्वास प्रस्ताव संविधान, कानून और नियमों के मुताबिक होना जरूरी है। किसी विदेशी ताकत को यह हक नहीं कि वे साजिश के तहत पाकिस्तान की जनता द्वारा चुनी गई सरकार को गिराए। कानून मंत्री ने जो मुद्दे उठाए हैं, वे वैध हैं। इसलिए मेरा फैसला है कि अविश्वास प्रस्ताव संविधान, कानून और नियमों के खिलाफ है। इस प्रस्ताव को खारिज करता हूं और नेशनल असेंबली की कार्यवाही को स्थगित करता हूं।

डिप्टी स्पीकर ने जब अपना आसन छोड़ा तब घड़ी में 12 बजकर 23 मिनट हो रहा था। इस तरह सिर्फ पांच मिनट के अंदर सत्ता पक्ष ने विपक्ष को जोरदार करंट दिया और हफ्तों से चली आ रही अटकलों पर विराम लग गया।

इमरान खान ने गद्दारी की है, सुप्रीम कोर्ट अपनी भूमिका निभाएगा

विपक्ष ने भी इमरान खान पर जमकर निशाना साधा है। पाकिस्तान नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने इमरान खान को गद्दार बताया है। उन्होंने कहा कि इमरान ने देश को अराजकता की ओर धकेला है। इमरान ने जो किया है, वे ठीक नहीं है।

पाकिस्तान में सियासी ड्रामे के बीच शहबाज शरीफ ने कहा कि इमरान खान की ओर से जो कुछ किया गया है, यह किसी बड़े देशद्रोह से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि इमरान खान ने देश को अराजकता में धकेल दिया है। नियाजी और उनके साथियों को आजाद नहीं होने दिया जाएगा। शहबाज ने कहा कि संविधान के खुलेआम उल्लंघन के परिणाम भुगतने होंगे। आशा है कि स्ष्ट संविधान को बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाएगा।

इमरान का ड्रामा और कहानी अब खत्म

पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने कहा है कि सत्ता के नशे में धुत इमरान खान ने आज ‘खुदकुशी’ कर ली है। मरियम ने कहा कि इमरान खान का ड्रामा और कहानी अब खत्म हो चुका है। आगे जो होगा वे भगवान की मर्जी है।

सत्ता के लालच में इमरान ने रौंदा संविधान

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने ट्वीट कर कहा है कि आज सत्ता के लालच में इमरान खान ने संविधान को रौंद दिया है। देश और देश के सामने अपने अहंकार को रखने वाले इमरान खान और इस साजिश में शामिल सभी षड्यंत्रकारी देशद्रोह के दोषी हैं, जिस पर अनुच्छेद 6 लागू होता है। सत्ता के इस दुरुपयोग और संविधान की अपमान को ध्यान में रखा जाएगा।

इमरान असंवैधानिक कदम के बजाए आज भी खेल भावना दिखाते

बिलावल भुट्टो ने कहा कि संसद में जो कुछ हुआ वह असंवैधानिक है। उन्होंने खरीद-फरोख्त के आरोप को भी झूठा बताया। उन्होंने कहा कि असंवैधानिक कदम के बजाए इमरान खान आज भी खेल भावना को दिखाते। असंवैधानिक कदम कोई सरप्राइज नहीं है।

सदन में विपक्ष की अपनी कार्यवाही

पाक संसद में अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद विपक्षी नेताओं ने उग्र रूप धारण कर लिया। वहीं पाकिस्तान में सियासी स्थिति बेहद टाइट हो गई। संसद में अजीबो-गरीब हालात बन गए। नेशनल असेंबली पर विपक्ष ने कब्जा कर लिया और सदन में अपनी कार्यवाही शुरू कर दी। इसके लिए बाकायदा अयाज सादिक को स्पीकर बनाया गया।

ये सब फूंके हुए कारतूस हैं

पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख रशीद ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये (विपक्ष) फूंके हुए कारतूस हैं। उन्होंने कहा कि इमरान खान दोबारा चुनाव जीतकर आएंगे। साथ ही उन्होंने विपक्ष पर चुनाव से डरने का आरोप भी लगाया।

उन्होंने कहा कि इमरान इन चोरों (विपक्ष) को हराएंगे। शेख रशीद ने कहा कि पाकिस्तान की जनता में खुशी का माहौल है। विपक्ष की सारी तैयारी धरी की धरी रह गईं। (एजेंसी आउटपुट)

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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