संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा ग्राम पंचायतों को हाईटेक बनाने के लिए ग्राम पंचायतों में पंचायत भवनों का निर्माण व पुराने ग्राम पंचायत सचिवालयों को मरम्मती करण कराकर हर सुविधाओं से युक्त बनाने हेतु लाखों रुपए का बजट स्वीकृत किया गया था जिसमें पंचायत भवनों व सचिवालयों में कमप्यूटर, फर्नीचर, कुर्सी मेज व रंगाई पुताई सहित पंचायत सहायक तक नियुक्त किए जाने के निर्देश जारी किए हैं लेकिन पहाड़ी विकास खण्ड के ग्राम पंचायत चकजाफर में मुख्यमंत्री के निर्देशों का खुला उलंघन किया जा रहा है जिसपर न तो ग्राम प्रधान व सचिव ध्यान दे रहे हैं और न ही ब्लाक के जिम्मेदार अधिकारी कोई ध्यान दे रहे हैं जिसके कारण ग्राम पंचायत चकजाफर के सचिवालय के जर्जर हालात हैं जिस पर नन्हे मुन्ने बच्चे खेलते रहते हैं जिसके कारण कभी भी कोई अनहोनी घटना घटित हो सकती है l
ग्राम पंचायत चकजाफर के इंग्लिश मीडियम प्राथमिक विद्यालय के अंदर बना सचिवालय पूर्ण रूप से खंडहर में तब्दील हो गया है लेकिन इस पर कोई ध्यान देने वाला नहीं है इस सचिवालय में विद्यालय के नौनिहाल बच्चे खेलने पहुँच जाते हैं जिसके कारण कभी भी कोई बड़ी घटना घटित हो सकती है l
ग्राम पंचायत चकजाफर में चिरौंजी देवी ग्राम प्रधान है व सुरेश चंद्र ग्राम विकास अधिकारी हैं ग्राम पंचायत के ग्रामीणों द्वारा कई बार सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) रूप नारायण सिंह को अवगत कराया गया लेकिन उसके बाद भी सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया l
ग्राम प्रधान ने बताया कि सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) खंडहर पड़े सचिवालय को मरम्मती करण कर लीपापोती करने के निर्देश दे रहे हैं जबकि यह जानते हैं कि सचिवालय की ऐसी जर्जर हालत है कि सचिवालय कभी भी ध्वस्त हो सकता है इस सचिवालय का लगभग 15 सालों से मरम्मतीकरण व कोई कार्य नहीं हुआ है व जो भी कार्य हुआ है वह सिर्फ कागज़ों में हुआ है व बिना कार्य कराए ही सचिवालय मरम्मती करण का पैसा निकाल लिया जाता रहा है l
सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) रूप नारायण सिंह ग्राम पंचायत के विकास कार्यों के लिए आई धनराशि को ठिकाने लगाने में माहिर हैं जो ग्राम प्रधान व सचिवों से मिलीभगत सरकारी धन का बंदरबाट करते हैं ग्राम पंचायतों के विकास के लिए राज्य वित्त/चौदहवां वित्त व पंद्रहवें वित्त आयोग की धनराशि को पंचायत भवनों/सचिवालयों की मरम्मती करण के बजाय इंटर लाकिंग खडंजा निर्माण में ज्यादा लगवाते हैं व जमकर कमीशनखोरी करते हैं वहीं हैंडपंपों के मरम्मती करण व हैंडपंप री बोर के नाम पर जमकर सरकारी धन का बंदरबाट करवाकर कमीशनखोरी करते हैं l
सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) रूप नारायण सिंह के कारनामें यही नहीं रुके ग्राम पंचायतों में नव निर्माण हो रहे पंचायत भवनों में जमकर कमीशनखोरी की जा रही है वहीं सामुदायिक शौचालय निर्माण में मानक विहीन कार्य कराकर खूब धांधली की गई है व जमकर कमीशनखोरी की गई है इसी कमीशनखोरी का नतीजा है कि ग्राम पंचायत चकजाफर में सचिवालय के मरम्मती करण का पैसा निकल गया है जबकि न तो सचिवालय का मरम्मती करण करवाया गया है और न ही ग्राम पंचायत में नए सचिवालय का निर्माण कराया गया है l
जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के चलते नौनिहाल बच्चों के साथ यदि कोई अप्रिय घटना होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा l
सचिवालय निर्माण पर जिम्मेदार अधिकारी कोई ध्यान नही दे रहे हैं आख़िर ग्राम पंचायत चकजाफर में पंचायत भवन/सचिवालय का कब निर्माण होगा व कब इस ग्राम पंचायत के ग्रामीणों को गांव में ही सरकारी सुविधाएं उपलब्ध हो पाएंगी l
योगी सरकार के निर्देशानुसार हर गांव में सचिवालय से ही गांव के विकास की नींव रखी जाएगी लेकिन ग्राम पंचायत चकजाफर में लगभग पंद्रह सालों से जर्जर पड़े सचिवालय का मरम्मती करण व नव निर्माण अभी तक नहीं हो पाया है जिसके चलते गरीब ग्रामीणों को सरकारी सुविधाओं के लिए ब्लाक मुख्यालय व जिला मुख्यालय जाना पड़ता है l
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."