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November 1, 2024 11:06 pm

मोदी के शासन काल में विश्व के खुशहाल देशों में भारत १३६वें पायदान पर…

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“पड़ोसी पाकिस्तान 121वें, तो बांग्लादेश 94वें स्थान पर”

प्रमोद सहोत्रा की रिपोर्ट

नई दिल्ली। मोदी सरकार भले ही विकास के लाखों दावे करे और देश को महाशक्ति बनाने का दंभ भरे, लेकिन हकीकत का सामना होने पर इंडिया की तस्वीर कुछ और ही उभरकर सामने आती है। संयुक्त राष्ट्र की वार्षिक हैप्पीनेस इंडेक्स में फिनलैंड लगातार पांचवें साल दुनिया का सबसे खुशहाल देश चुना गया है। फिनलैंड के साथ-साथ डेनमार्क, आइसलैंड, स्विट्जरलैंड और नीदरलैंड को दुनिया के शीर्ष पांच खुशहाल देशों में शामिल किया गया है। सूची में भारत का रैंक 136वां है, जबकि हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान 121वें रैंक पर है। यानी लोगों के खुश रहने के मामले में पाकिस्तान हमसे बेहतर स्थिति में है। हालांकि, 2021 के मुकाबले इस बार भारत की रैंकिंग में तीन पायदान का सुधार हुआ है। एक साल पहले भारत 139वें स्थान पर था। उधर, सूची में हमारे पड़ोसी बांग्लादेश और चीन क्रमश: 94वें एवं 72वें स्थान पर हैं।

वहीं बात करें अमरीका और ब्रिटेन जैसे देशों की तो सूची में अमरीका 16वें और ब्रिटेन 17वें नंबर है। लेबनान, वेनेजुएला और अफगानिस्तान की रैंक में बड़ी गिरावट आई है। लेबनान जहां 144 नंबर है, वहीं जिम्बाब्वे 143 नंबर पर रहा। अफगानिस्तान पहले से ही इस सूची में सबसे नीचे के पायदान पर है। गौरतलब है कि यह वल्र्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट जारी होने का दसवां साल है। यह इंडेक्स आमतौर पर प्रति व्यक्ति जीडीपी, सामाजिक समर्थन, स्वस्थ जीवन प्रत्याशा, जीवन जीने की स्वतंत्रता, उदारता और भ्रष्टाचार की धारणा जैसे कई कारकों के आधार पर 150 देशों को रैंक करता है। इस साल रिपोर्ट में 146 देशों को स्थान दिया गया है। नई सूची यूक्रेन पर रूसी हमले से पहले तैयार हो गई थी। इस सूची में रूस का नंबर 80 और यूक्रेन का नंबर 98 है।

ऐसे सबसे खुशहाल देश बना फिनलैंड

प्राकृतिक सुंदरता, जंगल, प्रदूषण मुक्त वातावरण, आर्थिक सुरक्षा के अलावा मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं, लोग में सुरक्षा की भावना, अपराध न के बराबर।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."