Explore

Search
Close this search box.

Search

19 January 2025 12:03 am

लेटेस्ट न्यूज़

150साल पुरानी सारंगी बजी फिल्म ‘गंगूबाई’ में ; मौमिन की सारंगी जब बचती है तो मानो कोई गा रहा हो….

37 पाठकों ने अब तक पढा

टिक्कू आपचे की रिपोर्ट

आलिया भट्ट फेम गंगूबाई फिल्म की इन दिनों काफी चर्चा है। इस फिल्म के गाने ‘जब सैंया’ को यूट्यूब पर अब तक 5 करोड़ से भी ज्यादा व्यूज और 3.5 लाख लाइक्स मिल चुके हैं। इस गाने में सारंगी का बेहतरीन इस्तेमाल हुआ है। यह सारंगी 150 साल पुरानी है। ये सारंगी जयपुर संगीत घराने के मौमिन खान की दादी आज के पाकिस्तान से लाई थी। जयपुर संगीत घराने की आठवीं पीढ़ी के सारंगी प्लेयर और जयपुर से बॉलीवुड में एक और उभरते सितारे मौमिन ने बजाया है। राजस्थान की सारंगी से पहचान जयपुर घराने की ही देन है। इससे पहले लोग सिर्फ वीणा को ही जानते थे।

मौमिन ने बताया कि उन्होंने 4 साल की उम्र में ही सारंगी सीखना शुरू कर दिया था। 7 से 8 साल कि उम्र में सारंगी पर उनके हुनर से लोग काफी प्रभावित होने लगे। फिर 11 साल की उम्र में उन्होंने सारंगी में एमए कर लिया था।

बॉलीवुड इंडस्ट्री में आने की वजह मौमिन सोशल मीडिया को बताते हैं। उन्होंने 14 साल की उम्र में 150 साल पुरानी इस सारंगी का एक पीस अपने सोशल मीडिया पर अपलोड किया था। इस पर कुछ ही घंटो में 70 से 80 हजार व्यूज आ गए थे। इसके बाद उन्हें मलयालम की फिल्म चमक से ऑफर आया। यहीं से मौमिन का फिल्मी सफर शुरू हो गया था।

मौमिन ने 17 साल के में यश राज बैनर के साथ काम किया। 20 साल की उम्र आते-आते बॉलीवुड से मौमिन की अच्छी पहचान हो गई। उन्होंने म्यूजिक डायरेक्टर साजिद वाजिद के साथ दबंग-3 फिल्म का गाना आवारा रिकॉर्ड किया। साल 2019 मौमिन के लिए काफी अच्छा रहा। इसी साल उन्हें अरिजीत ने अपने बैंड में शामिल किया। वहीं, भंसाली से गंगू बाई फिल्म का ऑफर भी मिला। 2020 में अरिजीत सिंह के लिए पगलेट फिल्म का गाना लम्हा भी किया।

जयपुर घराने से बॉलीवुड में जाने वाले मौमिन पहले शख्स हैं। मौमिन सारंगी सीखने को लेकर कहते हैं- उन्हें ये हुनर उनके पिता पद्मश्री मोइनुद्दीन खान साहब से मिला है। मौमिन बताते हैं कि सारंगी सभी म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स में अलग है। सारंगी को प्ले करते हैं तो ऐसा लगता मानों कोई गा रहा हो।

मौमिन ने कहा कि सारंगी के जरिए दिल की बात बयां करते हैं। मौमिन के पूर्वज राजघराने में राजा-महाराजा के लिए सालों से म्यूजिक प्ले करते रहे हैं। मौमिन की सारंगी 150 साल पुरानी है। जिसे उनकी दादी पाकिस्तान से लेकर आई थी। आज की तारिख में मौमिन खान और जयपुर घराने के देश विदेश में हर जगह शागिर्द हैं। मौमिन चाहते है सारंगी को लोग पूरी दुनिया भर में जानें। मौमिन ने सारंगी के साथ कई अवॉर्ड जीते हैं।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़